राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम की पत्रकार चर्चा आयोजित

वरिष्ठ पत्रकारों, साहित्यकारों और लेखकों ने मीडिया के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की

जयपुर// राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम की ओर से वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय वीर सक्सेना की स्मृति में शनिवार को होटल जयपुर अशोका में पत्रकार चर्चा का आयोजन हुआ। “मीडिया का गिरता स्तर, जिम्मेदार कौन” विषय पर आयोजित पत्रकार चर्चा की अध्यक्षता प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चंद्र छाबड़ा ने की। वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चंद्र छाबड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि समाज के प्रत्येक क्षेत्र में गिरावट आई है और पत्रकारिता में गिरावट आना कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को स्वयं अपने आप को सुधारना होगा और स्वर्गीय वीर सक्सेना के द्वारा की गई निर्भीक पत्रकारिता को अपनाना चाहिए ।

इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार लोकेश कुमार सिंह साहिल ने कहा कि 90 के दशक पूर्व की और बाद की पत्रकारिता में काफी अंतर आया है। उन्होंने श्री वीर सक्सेना जी की स्मृति में प्रतिवर्ष पुरस्कार देने की घोषणा की । राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के संस्थापक अध्यक्ष अनिल सक्सेना ने कहा कि स्वर्गीय वीर सक्सेना अपने जीवन में मीडिया के गिरते स्तर पर चिंतित रहते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में राजस्थान मीडिया फोरम के द्वारा पूर्व में आयोजित पत्रकार कार्यशालाओ, पत्रकार परिचर्चाओं , मीडिया सम्मेलनों जैसे कार्यक्रमो की सराहना वीर सक्सेना ने कई मंचों पर की थी। सक्सेना ने कहा कि फोरम के द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिलों में पत्रकार परिचर्चा कार्यक्रम कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है।

वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर हेतु भारद्वाज ने कहा अब संपादक नाम की संस्था खत्म हो गई हैं, जिस कारण खरी खरी व नीतिगत बात लिखना बंद सा हो गया है। वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार डॉ विनोद भारद्वाज ने कहा कि पत्रकारिता के इस गिरते स्तर के लिए पत्रकार स्वयं जिम्मेदार है, उसे अपने स्वयं में झांक कर इस गिरते हुए स्तर को सुधारना चाहिए ।वरिष्ठ पत्रकार जगदीश शर्मा ने कहा कि वर्तमान में पत्रकार पत्रकारिता के माध्यम से समाज सेवा नहीं कर रहा है। शर्मा ने कहा कि हमें ईमानदारी से पत्रकारिता करना चाहिए। वर्तमान में सोशल मीडिया पर चल रहे दंगल को समेटा जा सकता है।

वरिष्ठ पत्रकार अशोक राही ने कहा कि स्वर्गीय वीर सक्सेना ने परिस्थितियों का आकलन कर अपना पत्रकारिता का दायित्व निभाया है। वरिष्ठ पत्रकार नंदनी जावेली ने स्वर्गीय वीर सक्सेना को याद करते हुए कहा कि वे पत्रकारिता के क्षेत्र की चलती फिरती पाठशाला ही थे , उनकी कलम ने कभी भी समझौता नहीं किया। वे कहते थे कि पत्रकारिता में नैतिक मूल्यों के पतन को रोकने के लिए पैनी धार से पत्रकारों को हमेशा जनहित में लेखन ज्यादा करना चाहिए।

वरिष्ठ पत्रकार संजय गौड़ ने बताया कि टीआरपी बटोरने के लिए मीडिया संस्थान कुछ भी परोसते रहते हैं। इस कारण पत्रकारिता का स्तर गिरता जा रहा है । दिल्ली से आए पत्रकार शिवांग माथुर ने कहा कि आजकल दिल्ली में भी इस तरह की गम्भीर परिचर्चाओं का अभाव है । शिवांग माथुर ने वर्तमान पत्रकारिता पर व्यंग कसते हुए मीडिया के गिरते स्तर पर सवाल करते हुए चिंता व्यक्त की। पिंक सिटी प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अभय जोशी ने वीर सक्सेना के साथ बिताए पलों को याद करते हुए फोरम के कार्यो की सराहना की । वरिष्ठ पत्रकार दीपक गोस्वामी ने मीडिया के गिरते स्तर पर गहरी चिंता करते हुए कहा कि कई बार मेरे द्वारा बनाई गई स्टोरी को चेनल प्रबंधन ने रोका। पिंक सिटी प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष राधारमण शर्मा, राजस्थान श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष हरीश गुप्ता, अशोक लोढ़ा, हेमंत साहू, वरिष्ठ समाजसेवी देवेंद्र मधुकर, अरुण सक्सेना, मनोज सोनी आदि ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर आदित्य नाग ने किया।

राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के अध्यक्ष अनिल सक्सेना ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पुरषोत्तम सैनी, वरिष्ठ साहित्यकार प्रमोद भसीन, ईश्वर दत्त माथुर, गोविंद जोशी, गोविंद माथुर, अनिल शेखावत, श्याम सुंदर शर्मा, मनोज पारीक, मिथलेश जेमिनी, रूप सिंह कविया, नासिर खान, सुशील माथुर, आशीष तिवारी, डॉ. कविता माथुर, मीनाक्षी माथुर, शिवानी शर्मा, प्रीति श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार, लेखक और समाजसेवी मौजूद रहे।

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