*कलम ओर सेवा के धनी थे राजेन्द्र जी गोधा*
भीलवाड़ा। कोरोना अब हमारे ओर कितने “करीबियों” को हमसे दूर ले जाएगा? पहले ही कितने ही अपनों को खो चुके है और अब *समाचार जगत का सितारा* हमसे जुदा हो गया। कलम के साथ समाज सेवा के धनी रहे *श्री राजेन्द्र जी के गोधा* भी अब हमारे बीच नहीं रहे। कोरोना का यह काल वाकई दिल कचोटता है। समाचार जगत अखबार जयपुर के “पहले इवनिंग अखबार” का जनक रहा। यहाँ से शुरू हुआ सफर आज एक “एम्पायर” का रूप ले चुका है। श्री गोधा जी से मिलना यदा कदा ही हुआ लेकिन आपके नाम से आपको पुकारना ही *उनकी तरफ से दिए गए इनाम के बराबर था*। *कैसे हो सुशील जी* ? उनका इतना कहना ही मन को प्रफुल्लित करने वाला होता था। सांध्य दैनिक के साथ मॉर्निंग डैली का प्रकाशन उनकी मेहनत और लगन की ही देन थी। राजधानी में जो मुकाम सेवा और पत्रकारिता में श्री गोधा जी ने हॉसिल किया वह बेमिसाल उपलब्धि है। अब हमसे हमेशा के लिए बिछड़ गए गोधाजी ने शरीर भले ही छोड़ दिया हो लेकिन हमारे दिल ,दिमाग और खासकर समाज मे वे ओर उनके कार्य हमेशा जीवित रहेंगे। उनको जैन मुनि सुधा सागर का आशीर्वाद था। उनके समाचार पत्र में रोजाना मुनि सुधा सागर जी का समाचार जरूर प्रकाशित होता था। बिजौलिया में आयोजित सुधा सागर जी के कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। वे एक बार ज्योतिष नगरी कारोही भी आ थे। राजनीति में भी उनका अच्छा खासा वर्चस्व था। उनके समाचार पत्र की खासियत थी कि कभी भी नेगेटिव समाचार नहीं होते थे। इसी कारण उनका पत्र दिन प्रति दिन प्रगति की ओर अग्रसर होता रहा।
– *सुशील चौहान*
*98293 03218*
– *स्वतंत्र पत्रकार*
– *पूर्व उप सम्पादक, राजस्थान पत्रिका*
– *वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रेस क्लब,भीलवाड़ा*
– *sushilchouhan953@gmail.com*