चरागाह भुमि से अतिक्रमण को हटाने को लेकर मेघवंशी ने किया अनशन

मांडल/ सामाजिक कार्यकत्र्ता भंवर मेघवंशी ने सिरडियास ग्राम में चरागाह की भुमि पर किए जा रहे अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए रविवार को अनशन शुरू कर दिया। मेधवंशी के अनशन के समाचार सुनकर प्रशासनिक हल्के में अफरा तफरी मच गई और रविवार होने के बावजुद प्रशासनिक अधिकारियों ने बडे उत्साह या किसी बडी अनहोनी की आशंका को लेकर हाथेहाथ अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी। इस कार्यवाही से संतुष्ट मेघ्ंावशी ने शाम तक अपना अनशन समाप्त कर दिया।  वही दुसरी ओर इसी अतिक्रमण के मामले में शनिवार को भी सीरडियास में बलाई व बागरिया समाज के बीच लडाई भी हुई जिसमें दोनो पक्षो के छह लोग भी घायल हुए। यह मामला नही निपटा उससे पुर्व ही मांडल थानाधिकारी छुट्टी लेकर नो दो ग्यारह हो गए।  सामाजिक कार्यकत्र्ता भंवर मेघवशी के द्वारा बाबा रामदेवजी के मंदिर के पास स्थित चरागाह की लगभग 31 बीघा भुमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर रविवार को अनशन किया गया। जिसके समाचार सुनकर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर दलबल व पुलिस जाब्ते के साथ पहुचं गए। और शाम तक लगभग 3 बीघा भुमि से अतिक्रमण हटा दिया। इस पुरे मामले से संतुष्ट होकर मेघवंशी ने शाम को अपना अनशन तोड दिया।
दो वर्ष पुर्व भी अतिक्रमण हटाया था-
सीरडियास में चरागाह की भुमि से दो वर्ष पुर्व भी अतिक्रमण हटाया था। लेकिन बागरिया समाज के लोगो के द्वारा वापिस अतिक्रमण कर लिया जाता है। जिसके कारण शनिवार को कलह की स्थिति पैदा हो गई। मांडल थाने में दो मामले भी दर्ज हुए।
मुख्य सचिव ने दिए थे निर्देश-
सीरडियास में सामाजिक कार्यकत्र्ता भंवर मेघवंशी के द्वारा अतिक्रमण हटाने को लेकर किए जा रहे अनशन की सुचना अरूणा राय ने मुख्य शासन सचिव सीके मेथ्यु को दिए। मुख्य शासन सचिव ने इस मामले में भीलवाडा के प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी किए थे।  इस मामले पर मेंघवंशी से मांडल विधायक रामलाल जाट व प्रधान गोपाल सारस्वत ने भी बात की थी।
मांडल थाना रामभरोसे-
मांडल थाने के अंतर्गत किसी भी प्रकार की घटना होने पर कार्यवाहक थानाधिकारी थाने से बाहर छुट्टी पर चले जाते है। गौरतलब है कि मांडल में सी आई की पोस्ट है लेकिन काफी लम्बे अरसे से सीआई की पोस्ट खाली है। इस पोस्ट को थानाधिकारी ही सम्हाल रहे है। हाइवे के इस थाने पर थानाधिकारी के छुट्टी पर चले जाने के बाद एएसआई के भरोसे थाना रह जाता है। कोई भी घटना होने पर बागौर, रायला, बनेडा के थाने से थानाधिकारी सहित जाब्ता बुलाना पडता है।
-मूलचंद पेसवानी 

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