बारहठ परिवार के त्याग से प्रेरणा लेने का आव्हान

 

समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व सासंद हेमेंद्र सिंह

त्रिमूर्ति बारहठ शहीद शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन
मूलचन्द पेसवानी. शाहपुरा
श्रीकेसरीसिंह बारहठ स्मारक समिति व नगर पालिका के तत्वावधान में त्रिमूर्ति स्मारक पर रविवार को बारहठ शहीद शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। त्रिमूर्ति स्मारक स्थल पर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक महावीर जीनगर, विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद हेमेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री रतनलाल तांबी, पूर्व प्रधान ठा. संपतसिंह राणावत व पूर्व न्यास अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी तथा वरिष्ठ साहित्यकार फतेहसिंह मानव मौजूद रहे। इस मौके पर समिति के कलेंडर व फोल्डर का भी लोकार्पण किया गया।
समारोह में रघुनंदन सोनी, रतनलाल तांबी,राज्यलक्ष्मी साधना का स्मारक समिति की ओर से बारहठ सम्मान से सम्मानित किया गया। संयोजक राजेन्द्रप्रसाद सिंह डांगी, मंत्री चांदकरण मूंदड़ा ने अतिथियों का स्वागत किया गया।

बारहठ कलेंडर का लोकार्पण करते हुए अतिथिगण

नगर पालिका अध्यक्ष का अभिनंदन करते हुए अतिथिगण

समारोह में मंचस्थ अतिथिगण

इस दौरान शहीद समारोह में वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि एक ही परिवार द्वारा आजादी आंदोलन में सर्वत्र न्यौछावार करने वाला बारहठ परिवार समूचे देश में एक ही है। बारहठ परिवार को देश के लिए प्रेरणादायी बताते हुए उन्होनें कहा कि उनके द्वारा दिया बलिदान वास्तव में मिसाल है।
समारोह में प्रदेश कम्यूनिष्ट पाटी के सचिव का. दुष्यंत ओझा ने बारहठ त्रय बंधुओं की शहादत को सलाम करते हुए कहा कि आजादी के बाद भी सामाजिक चेतना जागृत नहीं हो पायी है जो चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि बारहठ परिवार को देश के लिए प्रेरणादायी बताते हुए उन्होनें कहा कि उनके द्वारा दिया बलिदान वास्तव में मिसाल है। ओझा ने कहा कि देश को राजनीतिक आजादी तो मिल गयी है परंतु सामाजिक व आर्थिक आजादी प्राप्त करना शेष है।
मुख्य अतिथि विधायक महावीर जीनगर ने बारहठ स्मारक समिति को केसरीसिंह बारहठ के नाम पर निर्माण कराने के लिए विधायक कोष से पांच लाख रू देने की घोषणा की। पूर्व मंत्री रतनलाल तांबी ने कहा कि बारहठ परिवार के त्याग व बलिदान से सभी को प्रेरणा लेने की महत्ती आवश्यकता है।
पूर्व सांसद हेमेन्द्रसिंह ने कहा कि बारहठ परिवार के आजादी आंदोलन में दिए गए योगदान को भूलाया नहीं जा सकता है। कवि डा. कैलाश मंडेला ने आजादी आंदोलन में बारहठ परिवार की भूमिका व उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कविता व गजल के माध्यम से अपनी भावांजली दी। कवि दिनेश बंटी ने केसरीसिंह बारहठ पर कविता प्रस्तुत की।
पुरातत्व विभाग के अजमेर वृत के अधीक्षक सैयद आजम हुसैन ने बारहठ हवेली में आने वाले नागरिक इतिहास की जानकारी प्राप्त कर रोमाचिंत हो सकेगा।
समिति के सदस्य ओमप्रकाश सनाठ्य ने समिति का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरूआत में अतिथियों की ओर से स्मारक स्थान पर केसरीसिंह बारहठ, जोरावर सिंह बारहठ, प्रतापसिंह बारहठ की प्रतिमा पर माल्र्यापण कर श्रृद्घासुमन अर्पित किए गए। आयोजन समिति के संयोजक राजेंद्रप्रसाद सिंह डांगी ने आयोजन के महत्व तथा बारहठ परिवार पर प्रकाश डाला। समारोह में स्मारक समिति की ओर से शताब्दी वर्ष समारोह के मौके पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विजेता रहने वाले संभागियों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बारहठ परिवार के सदस्य, जिला परिषद सदस्य अनिल व्यास, भाजपा जिला महामंत्री कैलाश काबरा, आरएसएस के जिला संघ चालक शंकरलाल तोषनीवाल, आर्य समाज के प्रधान कन्हैयालाल आर्य, रामनिवास धाम के ट्रस्टी रामधन काबरा,नगर पालिका की पूर्व उपाध्यक्ष मधु पोंडरीक, पार्षद मदन कंवर शर्मा, का. जगदीश टेलर सहित स्थानीय प्रबुद्घ व्यक्ति व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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