सरकारी विश्वविद्यालयों में समय से कुलपति लगाने की प्रक्रिया शुरू करें सरकार-देवनानी

-आगामी 6 माह में 10 सरकारी विश्वविद्यालयों में रिक्त होंगे कुलपति के पद।
-कुलपति चयन में हर बार होती है लेटलतीफी।
-देवनानी ने कि समय पर कुलपति चयन प्रक्रिया प्रारंभ की मांग।

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 3 मार्च।
भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि हर बार प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों में कुलपति लगाने में देरी होती है जिसका खमियाजा विद्यार्थियों को निश्चित ही भुगतना पडता है। राज्य सरकार को चाहिए कि वह आगामी 6 माह में प्रदेश के 10 विश्वविद्यालयों में रिक्त होने वाले पदों पर कुलपति के लिए चयन की प्रक्रिया अभी से प्रारंभ करें, ताकि इससे होने वाले नुकसानों से बचा जा सकें।
विधानसभा में लगाए गए अतारंकित प्रश्न पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि राज्य में 28 राजकीय विश्वविद्यालय है जिसमें कुलपति के पद पर व्यक्तियों का चयन करने में हमेशा ही देरी होती है। अभी भी राजस्थान आईएलडीकौशल विश्वविद्यालय जयपुर में कुलपति का पद रिक्त पडा है। यही नहीं आगामी 6 माह में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा, हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विवि जयपुर, कृषि विवि कोटा, कृषि विवि जोधपुर, श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विवि जोबनेर, जगदगुरू रामानंदाचार्य राज.संस्कृत विवि जयपुर, राजस्थान तकनीकी विवि कोटा, स्वामी केशवानंद राज.कृषि विवि बीकानेर, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि उदयपुर व डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राज. आयुर्वेद विवि जोधपुर में कुलपति का कार्यकाल पूरा होने वाला है। इसमें से हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विवि में तो 7 मार्च को ही कुलपति ओम थानवी का कार्यकाल पूरा हो रहा है जबकि दूसरे कुलपति के चयन के संबंध में सरकार ने कोई ज्यादा अभी तक शुरू नहीं की है।
देवनानी ने यह भी कहा कि इन विवि में कुलपति चयन की प्रक्रिया समय पर शुरू करने के साथ कुलपति चयन के समय यूजीसी के नियमों को भी ध्यान रखें और उसके योग्य व्यक्तियों को ही कुलपति पद हेतु चयन करने की तरफ भी ध्यान दें। अपने कार्यशैली से विवादों में रहे तथा नियमों को तोडमरोड कर अपने चहेतों को कुलपति बनाने से सरकार बचें नहीं तो इसका खमियाजा न केवल विद्यार्थियों को बल्कि विवि विद्यालय प्रबंधन को भी भुगतना पडेगा।

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