जयपुर- भारतीय सिंधु सभा राजस्थान न्यास द्वारा अमर बलिदानी हेमू कॉलाणी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद द्वारा संचालित सिंधी भाषा अधिगम पाठ्यक्रम योजना में जुड़े हुए राजस्थान के विभिन्न जिलों के सिंधी शिक्षामित्रों का राज्य स्तरीय सिंधी शिक्षामित्र आमुखीकरण कार्यक्रम आज पाथेय भवन के नारद सभागार, जयपुर में संपन्न हुआ।
प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने सिंधी शिक्षामित्रों को मार्गदर्शन प्रदान करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद की सिंधी भाषा अधिगम पाठ्यक्रम योजना के तहत आप जुड़े हैं, यह सिंधी शिक्षा का एक उत्तम माध्यम बन गया है। इसमें विद्यार्थी आप के संपर्क में आते हैं आप उन्हें शिक्षा के साथ संस्कार प्रदान करें तो वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहभागी बनेंगे। उन्होंने न्यास के कार्यों-उद्देश्यों के बारे में बताते हुए कहा कि न्यास शिक्षा और उससे जुड़े हुए अवसरों को उत्पन्न करने में क्रियाशील हैं।
भारतीय सिंधु सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेंद्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि भारतीय सिंधु सभा का प्रयास सदा ही सिंधी भाषा, संस्कृति, साहित्य के संरक्षण हेतु कार्यो को संत महात्माओं एवं अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से ही करता रहा है। आप सिन्धी शिक्षा मित्र के रूप में अपना अमूल्य सहयोग कर युवाओं को जोड़ने से सिंधी विश्वविद्यालय बनाने में सहभागी होंगे।
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने कहा कि आप सभी के सहयोग से न्यास अपने कार्यों को पूरा करने में अवश्य सफल होगा।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ प्रदीप गेहाणी ने कहा कि आज आमुखीकरण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आप सिन्धी शिक्षा मित्रों द्वारा आगामी 3 माह तक शिक्षण कार्य में आने वाली समस्त प्रकार की समस्याओं को दूर कर इसे सरलतम तरीके से संपन्न कराने का है, उन्होंने कहा कि आप 75 सिंधी शिक्षा मित्रों द्वारा 2300 से अधिक विद्यार्थियों को 178 सिंधी कक्षाओं में 33 सुपरवाइजरों के समन्वय के साथ अवश्य पूर्ण करेंगे।
कार्यक्रम के संहसंयोजक नवल किशोर गुरनाणी एवं गिरधारी ज्ञानाणी ने शिक्षामित्रों को यह संदेश दिया कि वह सिंधी भाषा अधिगम पाठ्यक्रम योजना को एक चुनौती के रूप में स्वीकार करें और सिंधी भाषा के सरंक्षण में अपना सहयोग देवें।
राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद द्वारा संजय रोहिरा के साथ सिंधी भाषी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई एवं पुस्तकों को उपलब्ध कराया।
कार्यक्रम में मातृ शक्ति के रूप में प्रदेश सहमंत्री (महिला) कोकिला नारवाणी व राजकुमार दादलाणी ने सिंधी गीत-भजन प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में सिंधी शिक्षामित्रों ने विभिन्न प्रकार की कक्षाओं को संचालन में आ रही बाधाओं को बताया जिन्हें दूरकर कक्षाओं के संचालन हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन कार्य में श्री लख्मीचंद लालवाणी, लक्ष्मण दास, हेमंतदास मोटवाणी ने, प्रोजेक्टर एवं अन्य व्यवस्थाओं में मनीष लखवाणी,दीपेश शामनाणी ने सहयोग किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में भगवान श्री झूलेलाल,भारत माता और सिंध के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश मंत्री(भाषा व साहित्य) डॉ.प्रदीप गेहाणी ने किया।
– ईश्वर मोरवाणी, मंत्री
भारतीय सिंधु सभा राजस्थान न्यास