प्रेक्षा वाहिनी द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय “पेक्षा ध्यान शिविर का समापन शारीरिक-मानसिक एवं भावनात्मक तनावों से मुक्ति का साधन प्रेक्षाध्यान- मुनि प्रसन्न कुमार
ध्यान से आभामंडल को बदला जा सकता है
— मुनि सिद्ध प्रज्ञ
कांकरोली राजसमन्द
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के विद्वान सन्त मुनि संजय कुमार जी एवं मुनि प्रसन्न कुमार जी की सानिध्य में तेरापंथ भवन कांकरोली में तीन दिवसीय प्रेक्षा ध्यान प्रयोग शिविर का आयोजन किया गया ।प्रेक्षा वाहिनी कांकरोली ने शिविर के आयोजन में अहम भूमिका निभाई। मुनि श्री सिद्ध प्रज्ञ जी के निर्देशन में 30 से अधिक साधक साधिकाओं ने गहरी रूचि एवं जिज्ञासा से भाग लिया। शिविर के दौरान सिद्धप्रज्ञ जी ने कायोत्सर्ग, चेतन केंद्र पेक्षा शरीर विज्ञान स्वास्थ्य विज्ञान आदि का प्रशिक्षण देते हुए उसके प्रयोग कराएं ।मुनि जी ने कहा प्रेक्षा ध्यान शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन एवं पारिवारिक सामंजस्य का सर्वोत्तम साधन है । प्रेक्षा ध्यान को समझने के लिए अपना दर्पण अपना बिम्ब तथा भीतर की ओर आचार्य महाप्रज्ञ जी की पुस्तकों का गहन अध्ययन करना चाहिये।
शिविर समापन के दौरान मुनि प्रसन्ना कुमार जी नेमुनि श्री प्रसन्न कुमार जी ने कहा- प्रेक्षा ध्यान साधना पद्धति एक प्रामाणिक और समग्रता लिए हुए है। आचार्य तुलसी एवं आचार्य महाप्रज्ञ जी जैसे योगी पुरुष द्वारा
आध्यात्मिक और वैज्ञानिकता का आधार एवं शोधपूर्ण पद्धति है। 50 वर्षों की प्रयोग सिद्ध पद्धति से देश विदेश के हजारो लाखों लोग लाभान्वित हुए और हो रहे है। कई लोगों के लिए जीवन शैली का अंग बन चुका है। इस प्रयोग से कई असाध्य बिमारिया जड़से समाप्त हो गयी। शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक तनावों से दूर हुआ जा सकता है। आवेशन आवेगले के भावों को बदलने के लिए ध्यान कायोत्सर्ग अचूसा धन है। नाडी तंत्र, ग्रंथि तंत्र के लड़खड़ा ने से शारीरिक स्वास्थ लड़ खड़ाता है। तीन दिनों में कायोत्सर्ग के प्रयोग एवं ध्यान के विभिन्न प्रयोग कराए । रंग चिकित्सा, कलर थेरेपी, दीर्घ श्वास, समवृत्तिश्वास योगासन, योगिक क्रियाऐं, प्राणायाम के विभिन्न प्रयोग कराए तथा मुनि धैर्यकुमार जी ने ध्यान के महत्व को बताया।
योग शिक्षक सुरेश बोहरा आदि ने अनुभव सुनाए ।प्रेक्षा वाहिनी की संयोजिका श्रीमती मधु चोरडिया में मुनि प्रवर का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। सभी शिविराथियो ने शिविर की मुक्त कंठ से सराहना करते हुवे पुनः शिविर लगाने की मांग की। शिविर को सफल बनाने में प्रेक्षा ध्यान प्रशिक्षिका मधु चोराडिया , विनोद बोहरा राजेश सोनी आदि का सराहनीय सहयोग रहा।
प्रेक्षक मधु चोरडिया
संयोजिका प्रेक्षा वाहिनी कांकरोली राजसमन्द