राजस्थान साहित्यिक आंदोलन के आगामी वर्ष 2025 के कार्यक्रम तय
जयपुर। (अशोक लोढ़ा जैन) नये वर्ष में चित्तौड़गढ़ साहित्य उत्सव से राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन का आगाज होगा। इसके बाद आंदोलन प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जाएगा। इसके साथ ही विद्यालय, महाविद्यालय, और विश्वविद्यालयों में भी साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के प्रदेश महासचिव अशोक लोढ़ा ने बताया कि वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार श्री अनिल सक्सेना ‘ललकार‘ के द्वारा वर्ष 2010 से प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा और उनकी पंचायतों तक में जाकर ‘‘राजस्थान का साहित्यिक आंदोलन‘‘ चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य भारतीय साहित्य और पत्रकारिता के उच्च मानदंड स्थापित करना, सांस्कृतिक उन्नयन, ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देना और लुप्त होती कला को संरक्षित करना है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन के जनक श्री अनिल सक्सेना ‘ललकार‘ प्रदेश के कलमकारों और कलाकारों की वैचारिक क्रांति के मंच ‘राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम‘ के संस्थापक और यूथ मूवमेंट, राजस्थान के संरक्षक हैं।
‘राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन‘ की श्रृंखला में साहित्यिक-सांस्कृतिक-पत्रकारिता सेमिनार, कार्यशाला, व्याख्यान, चर्चा-परिचर्चा, लेखक की बात, प्रर्दशनी जैसे कई कार्यक्रम किये जा रहे हैं। पिछले 14 सालों की तरह तीन माह पहले आगामी वर्ष 2025 के प्रस्तावित कार्यक्रम तय कर दिये गये हैं। इसके अनुसार 16 जनवरी से 18 जनवरी तक चित्तौड़गढ़ साहित्य उत्सव आयोजित होगा। इसके बाद 23 फरवरी को टोंक, 30 मार्च बायतु, 26 अप्रेल हनुमानगढ़, 25 मई विद्याधर नगर जयपुर, 28 जून बागीदौरा, 26 जुलाई पाली, 31 अगस्त नागौर, 28 सितम्बर ओसियां, 19 अक्टूबर जैतारण, 30 नवम्बर तारानगर और 28 दिसम्बर को दौसा में कार्यक्रम आयोजित होंगे।