जयपुर: जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जेआईएएल) ने ओपन एक्सेस फ्यूल फार्म और एयरक्राफ्ट फ्यूलिंग सुविधा की शरुवात की, जो हवाई अड्डे पर परिचालन दक्षता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम। ओपन एक्सेस फ्यूल फार्म के तहत एयरपोर्ट पर संचालित सभी आयल कंपनिया अपनी भण्डारण और वितरण प्रणाली को एक कॉमन ढांचे के जरिये संचालित करती है। उद्धरण के तौर पर अगर एयरपोर्ट पर चार आयल कम्पनिया संचालित है तो वह चार अलग अलग स्थानों के बजाय एक ही जगह और एक ही ढांचे – फ्यूल फार्म – से संचालित होंगी। ओपन एक्सेस मॉडल प्रतिस्पर्धा को बढ़ाता है और एयरलाइनों को ईंधन आपूर्तिकर्ताओं के अधिक विकल्प देता है, क्योंकि यह किसी भी नए तेल विपणक के लिए प्रवेश बाधा को कम करता है। हवाई अड्डे पर अब तक संचालित विभिन्न तेल विपणन कंपनियों की परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करके ओपन एक्सेस फ्यूल फार्म की शरुवात की गयी है। हालांकि, अगले 18-24 महीनों में, एयरसाइड पर एक ग्रीनफील्ड जेट ईंधन भंडारण सुविधा शुरू की जाएगी जिसमें अत्याधुनिक हाइड्रेंट ईंधन भरने की प्रणाली होगी।
आगामी हाइड्रेंट प्रणाली समग्र ईंधन भरने के कार्यों को बहुत सुरक्षित, त्वरित और सुविधाजनक बना देती है। जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ओपन एक्सेस फ्यूल फ़ार्म और विमान ईंधन भरने की सुविधा का चालू होना हवाई अड्डे की अग्रणी विमानन केंद्र बनने की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विकास न केवल हवाई अड्डे की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाता है बल्कि टिकाऊ और कुशल विमानन प्रथाओं के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है। जैसे-जैसे जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित होता जा रहा है, यह विमानन उद्योग में प्रगति और नवाचार का प्रतीक बन गया है।
ओपन एक्सेस फ्यूल फ़ार्म क्या है?ओपन एक्सेस फ्यूल फ़ार्म हवाई अड्डों पर एक अनूठी ईंधन प्रणाली है जो सभी तेल विपणन कंपनियों को समान अवसर प्रदान करती है। इससे जेट ईंधन हैंडलिंग आपूर्ति श्रृंखला में समग्र अनुकूलन होता है। यह नए तेल विपणकों के लिए प्रवेश बाधाओं को दूर करता है और एयरलाइनों के लिए ईंधन भरने के लिए अपनी पसंद के तेल विपणक का चयन करने के विकल्प को बढ़ाता है