स्त्री को सेक्स करने की आजादी हो: प्रीता

महिला और पुरुष के बीच सेक्स संबंधों पर एक लेखिका के बयान ने सोमवार को एक बार फिर जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल को विवादों के भंवर में फंसा दिया। राजस्थान की पहली जेल अधीक्षक और वुमन एंड चाइल्ड वेलफेयर पर लिखने वाली प्रीता भार्गव ने यह बयान दिया।प्रीता ने कहा कि महिलाओं को सेक्स किसके साथ करना चाहिए इसका निर्णय उनके अनुसार होना चाहिए। इसके साथ ही विवाहेतर सेक्स संबंधों पर कड़ी बहस छिड़ गई। हालांकि,बाद में लेखिका ने खुद के बयान को वैश्याओं के सन्दर्भ में दिए जाने की बात कही। उल्लेखनीय है कि छठे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का पांचवां और अंतिम दिन भी विवादों के साथ शुरू हुआ। प्रीता भार्गव से पहले मुगल टेंट में पहला ही सेशन जीत थाइल की गालियों के कारण विवादित रहा। उन्होंने अपनी पुस्तक नार्कोपोलिस के कुछ अंश पढ़े थे जिसमें गालियां ही गालियां थी।

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