मुख्यमंत्री ने स्वाइन फ्लू रोकथाम संबंधी बैठक ली

gehlot1जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार रात जोधपुर में संभागीय आयुक्त कक्ष में स्वाइन फ्लू रोकथाम एवं नियंत्राण संबंधी समीक्षा बैठक ली तथा इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।  गहलोत मंगलवार रात जोधपुर पहुंचने के बाद संभागीय आयुक्त कक्ष में संभागीय आयुक्त श्री हेमंत कुमार गेरा, जिला कलेक्टर श्री गौरव गोयल, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त गोविन्दसिंह चारण, प्रभारी अधिकारी डी. एस. ओ. श्री वी. पी. सिंह, संयुक्त निदेशक चिकित्सा डॉआर. सी. माथुर, प्रिसिंपल मेडिकल कॅालेज डॉ. अरविन्द माथुर, एम. डी. एम., एम. जी. एच. एवं उम्मेद अस्पताल के अधीक्षकगण के अलावा नगर निगम के महापौर श्री रामेश्वर दाधीच, जेडी चेयरमेन श्री राजेन्द्र सोलंकी तथा चिकित्सा अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए विशेष रूप से जागरूकता की जरूरत है। यह जागरूकता शहरी क्षेत्रा के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पंच-सरपंच के माध्यम से पहुंचे। जागरूकता से निश्चित रूप से रोग के प्रति लोग सजग रहेंगे जिससे रोगियों की संख्या में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि शुरू से ही रोग के प्रति जागरूक रहकर चिकित्सकीय सहायता ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि पी.एच.सी., सी.एच.सी. एवं सभी अस्पतालों में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। अगर लापरवाही पायी जाएं तो सम्बन्धित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बुधवार को जोधपुर में विशेष अध्ययन दल अस्पतालों में स्वाइन फ्लू रोकथाम एवं नियंत्राण संबंधी कार्यों का जायजा लेगा। उन्होंने संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर द्वारा अब तक की गई स्वाईन फ्लू नियंत्राण संबंधी व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी ली तथा कहा कि इसके प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में टास्क फोर्स गठित होगी 

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में स्वाइन फ्लू की बीमारी के प्रभावी नियंत्राण के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करने के साथ ही मुख्य सचिव श्री सी. के. मैथ्यू की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए हैं। इस टास्क फोर्स में प्रमुख शासन सचिव
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा, प्रमुख शासन सचिव वित्त, मुख्यमंत्राी के सचिव द्वितीय तथा निदेशक जनस्वास्थ्य को शामिल किया जाएगा। गहलोत मंगलवार रात यहां मुख्यमंत्राी कार्यालय के सभागार में दिल्ली से आए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से वरिष्ठ चिकित्सकों के छह सदस्यीय दल के साथ प्रदेश में स्वाइन फ्लू की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। इस दल में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के निश्चेतन विभाग के सलाहकार डॉ. पी.के. वर्मा, राममनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. भवानी सिंह, एनसीडीसी दिल्ली के अतिरिक्त निदेशक एवं संक्रामक रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार, माइक्रो बॉयलॉजिस्ट आरती तिवाड़ी तथा आईसीएमआर के प्रतिनिधि सहित जोधपुर के डॉविनोद जोशी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने स्वाइन फ्लू के संदर्भ में केन्द्रीय दल द्वारा सोमवार को किए गए एसएमएस अस्पताल के भ्रमण तथा चिकित्सा मंत्राी तथा विभागीय अधिकारियों के साथ हुई विस्तृत चर्चा की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि एसएमएस अस्पताल में
स्वाइन फ्लू लैब के और अधिक सुदृढ़ीकरण के लिए जितनी भी राशि की आवश्यकता पड़ेगी राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने जोधपुर जाने वाली टीम को अजमेर का भ्रमण करने के भी निर्देश दिए। गहलोत ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वाइन फ्लू के बारे में जनजाग्रति के लिए पंचायत स्तर तक सरपंचों को भी इसकी जानकारी देते हुए प्रचार-प्रसार के अभियान का दायरा बढाया जाए। इसके लिए समाचार पत्रों, टीवी, रेडियो एवं अन्य प्रचार माध्यमों का सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि आमजन को बताया जाए कि वे स्वाइन फ्लू से घबराएं नहीं
अपितु उसके लक्षण दिखाई देने के साथ ही तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू के लिए घर-घर सर्वे किया जाए तथा जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र तक टैमी फ्लू दवा की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करें। लोगों को यह भी समझाएं कि सही समय पर उपचार इस बीमारी से बचाव करता है। साथ ही इसमें लापरवाही घातक
हो सकती है। केन्द्रीय दल ने मुख्यमंत्राी को बताया कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान
में स्वाइन फ्लू की जांच के लिए ज्यादा लैब कार्यरत हैं। टीम ने इस रोग के प्रति जनशिक्षण के दायरे को ओर अधिक बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। टीम बुधवार सुबह दो हिस्सों में विभाजित होकर अजमेर होते हुए जोधपुर और बीकानेर जाएगी तथा उसके पश्चात पुनः जयपुर लौटकर विस्तृत चर्चा कर अपने अनुभव बताएगी और सुझाव भी देगी।
बैठक में चिकित्सा मंत्राी श्री ए.ए. खान (दुर्रू मियां), चिकित्सा राज्यमंत्राी डॉराजकुमार शर्मा, संसदीय सचिव श्रीमती ममता भूपेश, मुख्य सचिव श्री सी. केमैथ्यू, प्रमुख सचिव चिकित्सा श्री दीपक उप्रेती, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री पांडेय, मुख्यमंत्राी के सचिव द्वितीय श्री रजत मिश्र, आरएमएससी के एमडी डॉसमित शर्मा, एनआरएचएम की मिशन निदेशक श्रीमती गायत्राी राठोड, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर. मीणा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने जन अभाव अभियोग सुने

जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को जोधपुर में जन अभाव अभियोग सुने तथा समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। गहलोत ने जयपुर रवाना होने से पहले आम लोगों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात की। मुख्यमंत्राी को नागरिकों ने अपनी समस्याएं बताई और ज्ञापन दिए। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही समस्याएं सुनी और ज्ञापन लेकर संबंधित अधिकारियों को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री को माणक की प्रति भेंट की – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जोधपुर सर्किट हाउस में उनके कक्ष में माणक के प्रबंध संपादक पदम मेहता ने राजस्थानी मासिक पत्रिका माणक की विशिष्ट प्रति भेंट की। माणक पत्रिका का यह अंक प्रवासी राजस्थानियों पर आधारित विशेषंाक था।

अहिंसा की भावना से ही शांति का मार्ग प्रशस्त होता है

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश व दुनिया में आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद, नस्लवाद, क्षेत्रावाद और नक्सलवाद की समस्याएं है, इनके हल के लिए अहिंसा का मार्ग प्रमुख है। अहिंसा की भावना से ही शांति का मार्ग प्रशस्त होता है। मुख्यमंत्राी बुधवार को जोधपुर में प्रातः 7 बजे जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक तपागच्छ संघ के तत्वावधान में मोती चौक के मरड़िया भवन में छःरी पालक पैदल यात्रा संघ के समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में सत्य, अहिंसा, अस्तेय, अपरिग्रह आदि का महत्व सदियों से है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह का मार्ग अपनाकर देश को आजादी दिलायी। आज पूरी दुनियां उनका अनुसरण कर रही है।
ने कहा कि मनुष्य को सीमित साधनों से संयमित जीवन जीने की आदत डालनी चाहिए। सादा जीवन और उच्च विचारों का अपना सुख है। उन्होंने कहा कि अहिंसा की प्रवृति व्यक्ति को सद् विचारों व सद्मार्ग पर ले जाती है। अहिंसा की भावना से ही शांति का मार्ग निकल सकता है। उन्होंने मरड़िया परिवार की सराहना की। मुख्यमंत्री ने समारोह के पश्चात भवन के बाहर हरी झण्डी दिखाकर छःरी पालिक पैदल
यात्रा संघ को नाकोड़ा तीर्थ के लिए रवाना किया। समारोह में जैनाचार्य यशोरत्न सूरीश्वर श्रीमती सुनिता गहलोत, महापौर रामेश्वर दाधीच, जेडीए चेयरमैन श्री राजेन्द्र सिंह सोलंकी, पाली सांसद श्री बद्रीराम जाखड़, विधायक जोधपुर शहर श्री कैलाश भंसाली, पूर्व विधायक श्री जुगल काबरा, रसिक भाई मरड़िया, उपस्थित थे। समारोह में अतिथियों का स्वागत रसिक भाई मरड़िया, संघ अध्यक्ष श्री दीपचन्द तातेड़, सचिव श्री उम्मेद रांका, श्री भैरूमल मेहता, श्री विनोद मेहता व मरडिया परिवार ने किया।

मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर में राज्य की पहली रिसर्च लैब का लोकार्पण किया

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को जोधपुर के डॉ. संपूर्णानंद आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में राज्य की पहली रिसर्च लैब का लोकार्पण किया। करीब 183.75 लाख की लागत से निर्मित इस
आधुनिक लैब में कई बीमारियों से संबंधित चिकित्सकीय शोध होंगे।
मुख्यमंत्री की बजट घोषणा वर्ष 2011-12 के अनुसार राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग
जोधपुर के माध्यम से इसका निर्माण किया गया। मुख्यमंत्राी ने लेब का लोकार्पण करने के पश्चात इसका अवलोकन किया। इस लेब में कई अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के सहयोग से यहंा और उपकरण लगवाए जाएंगे। राज्य के किसी भी मेडिकल कॅालेज की यह पहली केन्द्रीयकृत रिसर्च लेबोरेट्री है। यहंा राज्य के विभिन्न मेडिकल कॅालेजों के चिकित्सक, शोधार्थी एवं मेडिकल विद्यार्थी शोध कर सकेंगे। अन्य संसाधनों के लिए लैब को 39 लाख रुपए का अतिरिक्त बजट भी इसमें शामिल है। यहंा पर मुख्यमंत्राी ने मेडिकल कॅालेज के प्रिसिंपल डा0 अरविन्द माथुर सहित अन्य चिकित्सा अधिकारियों से बातचीत कर लेब के संबंध में जानकारी प्राप्त की ।

मुख्यमंत्री द्वारा अत्याधुनिक ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को डॉ. एस एन मेडिकल कॅालेज परिसर में नवनिर्मित अत्याधुनिक ई-लाइब्रेरी का विधिवत फीता काटकर उद्घाटन किया।
इस अत्याधुनिक ई लाइब्रेरी पर 79.44 लाख रुपए की लागत आई है। जिसमें 30 कम्प्यूटर लगाए गए है
तथा इन्हें हाई स्पीट नेट से जोड़ा गया है। राजकॅाम के सहयोग से निर्मित इस लाइब्रेरी में मेडिकोज नेट पर मेडिकल जर्नल और चिकित्सकीय किताबें पढ़ी जा सकेगी। राज्य के मेडिकल कॅालेजों में सबसे पहले जोधपुर की एस एन मेडिकल कॅालेज में ई-लाइब्रेरी स्थापित की गई है जिसे मेडिकल कॅालेज में अध्ययनरत छात्रा-छात्राओं को अधिकाधिक जानकरी सुलभ हो सकेगी। इस लाइब्रेरी में 30 कंप्यूटर के अलावा एक सरवर रूम मय वर्क स्टेशन तथा एक वेटिंग कक्ष का निर्माण किया गया है। इस लाइब्रेरी की स्थापना से इस महाविद्यालय एवं संलग्न चिकित्सालय समूह में चिकित्सा क्षेत्रा में बहुआयामी विकास की संभावना है।
मुख्यमंत्राी ने ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन करने के पश्चात इस लाइब्रेरी का अवलोकन किया तथा गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्राी के साथ महापौर श्री रामेश्वर दाधीच, जेडीए अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सोलंकी, जिला प्रमुख दुर्गादेवी बलाई, बीसूका उपाध्यक्ष श्री जुगल काबरा, श्री सईद अंसारी, संभागीय आयुक्त हेमंत कुमार गेरा, मेडिकल कॅालेज के प्रिसिंपल डॉ. अरविन्द माथुर सहित अनेक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद थे।
मुख्यमंत्राी ने मेडिकल कॅालेज परिसर में उपस्थित कॉलेज की छात्रा-छात्राओं से मुलाकात कर उनके
अध्ययन एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में बातचीत की तथा छात्रा-छात्राओं के साथ फोटो भी खिंचवाए। मुख्यमंत्राी ने मेडिकल कॅालेज परिसर में उनसे मिलने आए लोगों से भी बड़े इत्मीनान एवं धैर्य के साथ मुलाकात की ।

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