नेहा को विदेश में पढऩे का न्यौता

भीलवाड़ा : दसवीं बोर्ड परीक्षा -2010 की टॉपर प्रथम तीन छात्राओं को सरकार अपने खर्चे पर विदेश में पढ़ाएगी। इसके तहत शिक्षा विभाग ने जिले के सिंगोली चारभुजा माध्यमिक स्कूल की नेहा पाराशर को विदेश में पढऩे का न्योता भेजा है। विष्णु पाराशर की बेटी नेहा ने 2010 में दसवीं कक्षा का एग्जाम दिया था। इसमें 92.5 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। नेहा का स्टेट मेरिट में आठवां स्थान था। निदेशालय द्वारा डीईओ को मिले पत्र में लिखा है कि नेहा के परिजनों से संपर्क कर छात्रा को विदेश भेजने के संबंध में उनकी सहमति ली जाएगी। परिजनों का जो भी जवाब होगा उससे सरकार को अवगत कराएंगे। योजना के तहत राज्य से तीन छात्राओं को भेजा जाएगा। लेकिन इन छात्राओं का जयपुर में रिटर्न टेस्ट होगा और परिजनों की सहमति मिलेगी तो ही भेजा जाएगा। इसलिए 25 छात्राओं के परिजनों से उनकी बच्चियों के विदेश में पढऩे के लिए सहमति मांगी गई है।
चार साल की होगी पढ़ाई
बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए शुरू की गई योजना में विदेश में स्नातक डिग्री(चार वर्ष) के लिए पढ़ाने की योजना है। इसके तहत रहने से लेकर खाने-पीने व फीस का खर्चा सरकार ही देगी। यदि छात्रा के परिजन मिलने जाएंगे तो उसका खर्चा भी सरकार ही देगी। इसमें शर्त यह है कि छात्रा को पढ़ाई पूरी करनी होगी, यदि वह बीच में पढ़ाई छोड़ देती है तो जितना पैसा खर्च हुआ, वह पैसा छात्रा के परिजनों द्वारा सरकार को चुकाना पड़ेगा।

इनका कहना है-
दसवीं में टॉप थ्री बालिकाओं को विदेश में पढ़ाने की योजना है। अपने यहां की नेहा का मेरिट में आठवां स्थान था। विभाग ने विदेश भेजने के लिए नेहा के परिजनों की सहमति मांगी है।
मधुसूदन वागरानी, डीईओ

दसवीं में 92.5 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। सरकार की अच्छी योजना है। यदि मौका मिलता है तो मैं विदेश पढऩे जाऊंगी। ऐसी स्कीम से छात्राओं की पढऩे में रुचि बढ़ेगी।
नेहा पाराशर, सिंगोली चारभुजा

-रमेश पेसवानी की रिपोर्ट

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