सिन्धी अकादमी की ’रिहाण’ एवं ’सिन्धुदूत’ का विमोचन

sजयपुर। राजस्थान सिन्धी अकादमी की वार्षिक पत्रिका ’रिहाण’ एवं त्रैमासिक पत्रिका ’सिन्धुदूत’ का विमोचन राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति इन्द्रसेन ईसराणी एवं राजस्थान फाउण्डेषन के उपाध्यक्ष माननीय श्री राजीव अरोड़ा के कर-कमलों द्वारा गुरूवार, 13 जून, 2013 को झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित अकादमी संकुल में किया गया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में माननीय ईसरानी जी ने अकादमी की वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण’’ की सराहना करते हुये कहा कि रिहाण आज पूरे भारतवर्ष में अपनी एक विषिष्ट पहचान बना चुकी है। पत्रिका उभरते हुये सिन्धी साहित्यकारों को एक उचित मंच प्रदान कर रही है। माननीय श्री अरोड़ा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु अकादमी द्वारा किये जा रहे प्रयास निःसंदेह प्रषंसनीय हैं एवं अन्य अकादमियों को सिन्धी अकादमी का अनुसरण करना चाहिये।
अकादमी अध्यक्ष श्री नरेष कुमार चन्दनानी ने बताया कि अकादमी की वार्षिक पत्रिका ’रिहाण’ में देषभर के सिन्धी साहित्यकारों की अप्रकाषित रचनायें यथा कहानी, कविता, नाटक, लेख, गीत-गजल, आदि प्रकाषित किये जाते हैं। इसी प्रकार अकादमी की त्रैमासिक पत्रिका ’सिन्धुदूत’ में अकादमी की गतिविधियों एवं योजनाओं की जानकारी आम सिन्धीजन तक पहंुचाई जाती है।
समारोह में जयपुर के गणमान्य नागरिक, अकादमी सदस्य एवं सिन्धी साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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