जयपुर। राजस्थान के छह पहाड़ी किले-आमेर, चितौड़गढ़, गागरोन, जैसलमेर, कुम्भलगढ़ और रणथंभौर का चयन यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज लिस्ट में हो गया है। कंबोडिया के नॉमपेन्ह शहर में यूनेस्को की विश्व विरासत संबंधी वैश्विक समिति की 37वीं बैठक में शुक्रवार को इन किलों के चयन की घोषणा की गई।
राज्य की पर्यटन मंत्री बीना काक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस चयन से हमारी ऐतिहासिक धरोहर और स्मारकों को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। वर्ष 2010 में जंतर-मंतर को विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया था। इन किलों का इस सूची में शामिल होने से पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही, राज्य के अन्य मोन्यूमेंट्स का भी इस सूची में आने का रास्ता प्रशस्त होगा। काक ने कहा कि आभानेरी, बांदीकुई, बूंदी के स्टेप वेल्स, शेखावटी की फ्रेस्कों पेंटिंग्स को भी यूनेस्को की हैरिटेज लिस्ट में शामिल करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि 2011 से अब तक आईसीओएमओएस के अभियानों ने इन स्थलों का सघन निरीक्षण किया। इन दलों ने इन किलों के नामांकनों के बारे में कई अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठकर गहन विचार-मंथन किया। आईसीओएमओएस की रिपोर्ट के अनुसार इन किलों की इस श्रृंखला का सार्वभौमिक महत्व अतुलनीय है। इस रिपोर्ट में भी कहा गया है, राजस्थान राज्य के भीतर इन छह भव्य, विशालकाय और वैभवशाली पहाड़ी किलों के रूप में आठवीं सदी से अठारहवीं सदी की राजपूत रियासतों की झलक मिलती है।