चौधरी वीरेन्द्र सिंह संभालेंगे राजस्थान में चुनावी कमान

congressजयपुर, [नरेन्द्र शर्मा]। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से जाटों की नाराजगी ने कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य आला नेता जाटों को खुश करने की पूरी कोशिश कर चुके, लेकिन जाट समाज की गहलोत सरकार से नाराजगी दूर नहीं हो पा रही। हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमण्डल में हुए फेरबदल में 85 वर्षीय शीशराम ओला को कैबिनेट मंत्री बनाने के बावजूद भी जाटों की नाराजगी दूर नहीं होती देखकर अब पार्टी आलाकमान ने हरियाणा के दिग्गज जाट नेता चौधरी वीरेन्द्र सिंह को राजस्थान विधानसभा चुनाव अभियान की जिम्मेदारी सौंपना तय किया गया है।

वीरेन्द्र सिंह का जाट समाज में प्रभाव माना जाता है, उनके नाना सर छोटू राम का राजस्थान, हरियाणा सहित आसपास के जाट समाज में काफी सम्मान था। जाटों में प्रभाव को देखते हुए ही कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में राजस्थान के उम्मीदवार तय करने वाली छानबीन समिति का सदस्य बनाया था। राजस्थान के जाट समाज में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति नाराजगी कम करने को लेकर कांग्रेस ने पिछले कुछ माह से प्रयास तेज किए है। इसके तहत राज्य के वरिष्ठ नेता शीशराम ओला को केन्द्रीय मंत्री बनाया गया, वहीं सांसद हरीश चौधरी को कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया।

वहीं जाटों में संदेश देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले सप्ताह अपनी राजस्थान यात्रा के दौरान वीरेन्द्र सिंह को साथ लेकर आई और उनकी यहां तारीफ भी की। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रभान एवं राज्य के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव गुरदास कामत को इस बात की जानकारी दे दी है कि वीरेन्द्र सिंह को इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के अभियान से जोड़ा जाएगा, उनकी अगुवाई में चुनाव अभियान समिति बनाकर वरिष्ठ नेताओं को उसमें जोड़ा जाएगा।

गौरतलब है कि राज्य का जाट समाज गहलोत से काफी समय से नाराज है, हालांकि गहलोत ने जाटों की नाराजगी दूर करने के काफी प्रयास किए, लेकिन उन्हें अब तक सफलता नहीं मिल पा रही है। प्रदेश के दिग्गज जाट नेता स्व.परसराम मदेरणा के बेटे पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के सीडी कांड को भी जाट समाज गहलोत के इशारे पर हुआ मामला मान रहा है। इसके अतिरिक्त कांग्रेसी जाट विधायक कर्नल सोनाराम, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी खुलकर गहलोत की मुखालफत में लगे है, इन नेताओं ने आलाकमान को साफ कहा कि जाट अभी कांग्रेस के साथ नहीं है। दो दिन पहले जयपुर में हुई प्रदेश कांग्रेस की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव गुरदास कामत, सी.पी.जोशी, मोहन प्रकाश, मुख्यमंत्री के सामने कर्नल सोनाराम सहित कई जाट नेताओं ने मौजूदा व्यवस्था की खुलकर आलोचना की।

error: Content is protected !!