फर्जीवाड़े की खबर के बाद घटे अशोक गहलोत के फेसबुक लाइक्‍स

ashok-gahlot-facebookमीडिया में आई खबरों के मुताबिक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के फेसबुक पेज पर एक दिन में ही तकरीबन 15 हजार लाइक घट गए. 10 जुलाई तक उनके फेसबुक पेज पर 2,15,753 लाइक थे, लेकिन 11 जुलाई को दोपहर 3 बजे तक उनके फेसबुक पेज पर लाइक करने वालों की संख्‍या घटकर 1,99,270 तक आ गई. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्‍ता ज्‍योति किरण ने यह दावा किया था कि लोकप्रियता पाने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री फेसबुक पर ‘लाइक’ खरीद रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता का कहना था कि 1 जून तक अशोक गहलोत के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर 1,60,077 लाइक थे. लेकिन सिर्फ 30 दिनों में (30 जून तक) यह आंकड़ा 2,14,639 तक पहुंच गया. लेकिन पेज पर की गई चालाकी पेज के ही एक फीचर से सामने आ गई. ‘मोस्ट पॉपुलर सिटी’ फीचर के मुताबिक, गहलोत के पन्ने पर सबसे ज्यादा लाइक तुर्की के इस्तांबुल से थे. उस वक्‍त तक उनके पेज को इस्तांबुल के 63 हजार 440 लोगों ने लाइक किया था. यह आंकड़ा 20 जून से 7 जुलाई के बीच का है. खास बात यह है कि 5 मई तक गहलोत जयपुर में ही सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे.

बीजेपी ने इसे सोशल मीडिया स्कैम बताते हुए दावा किया था कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वसुंधरा राजे से लाइक के मामले में पिछड़ने के बाद गहलोत ने यह कदम उठाया था. बीजेपी प्रवक्‍ता ने मुख्‍यमंत्री गहलोत पर इस्तांबुल की आईटी फर्म से लाइक खरीदे जाने का आरोप लगाया था और कहा था कि कांग्रेस सोशल मीडिया पर भी अपनी गलत छवि पेश कर रही है. बीजेपी के इस आरोप पर कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने कहा, ‘फेसबुक पर कोई कहीं भी बैठकर लाइक कर सकता है. इस पर संदेह करने की क्या बात है. मुख्यमंत्री लोकप्रिय हस्ती हैं. लोकप्रियता पाने के लिए उन्हें इस स्तर तक गिरने की जरूरत नहीं है.’ कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि जयपुर में बैठकर अगर अपना लोकेशन इस्तांबुल डालेगा तो पेज इस्तांबुल ही दिखाएगा. ऐसे में यह किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है और बीजेपी बदनाम करने के लिए यह काम भी कर सकती है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘आप जानते हैं कि बीजेपी के लोग साइबर वर्ल्ड में कितने माहिर हैं और ये सब करने की उनकी आदत रही है.’ गौरतलब है कि राजस्थान में दिसंबर में चुनाव हैं और ऐसे में गहलोत और वसुंधरा अपनी-अपनी यात्रा के साथ जनता के बीच निकले हुए हैं और उनके साइबर एक्सपर्ट साइबर वॉर रूम में अपनी अलग लड़ाई जारी रखे हुए हैं.

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