
पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर एनआरआई कॉलोनी में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग की है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि सुदूर देशों के रह रहे देशवासियों को अपनी मातृभूमि से जोडऩे के लिए एनआरआई कॉलोनी की कल्पना की थी। श्रीमती वसुंधरा राजे ने भी मुख्यमंत्री रहते हुए इस योजना में पर्याप्त रुचि ली। राजस्थान सरकार के इन प्रयासों का ही नतीजा था कि अप्रवासी भारतीयों के बीच यह योजना आकर्षण का केंद्र बनी। करीब सवा दो सौ अप्रवासी भारतीयों ने यहां घर खरीदा, लेकिन कॉलोनी में व्याप्त अव्यवस्थाओं के चलते इन लोगों का यहां से मोहभंग होने लगा है। करीब एक दर्जन अप्रवासी भारतीय अपना घर बेच चुके हैं और कई बेचना चाहते हैं। इस पूरे घटनाक्रम से यह योजना तो असफल साबित हो ही रही है अप्रवासी भारतीयों के बीच सरकार की छवि भी खराब हो रही है।
सिंघवी ने पत्र में लिखा कि अप्रवासी भारतीयों को एनआरआई कॉलोनी में बसाने के लिए हाउसिंग बोर्ड ने विश्वस्तरीय सुविधाएं देने का वादा किया था, लेकिन हकीकत यह है कि एक कॉलानी को मिलने वाली सामान्य सुविधाएं भी यहां नहीं हैं। एनआरआई कॉलोनी के भीतर की व इसे बाकी शहर से जोडऩे वाली सडक़ों की हालत खस्ता है। पानी का ओवर हेड टैंक अभी तक नहीं भरा है। क्लब-21 बंद पड़ा है। कॉलोनी के चारों ओर कई अतिक्रमण हो रहे हैं। कॉलोनी में रहने वाले अप्रवासी भारतीय कई बार सरकार को इन समस्याओं से अवगत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। सिंघवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से एनआरआई कॉलोनी में व्याप्त इन अव्यवस्थाओं को शीघ्र दूर करवाने की मांग की है।