नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को तकनीक के इस्तेमाल में सबसे सक्रिय नेता माना जाता है। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर उनके 13 लाख से भी ज्यादा प्रशंसक हैं। इसी के कारण उन्हें 21 मार्च को दिल्ली में गूगल की ‘बिग टेंट एक्टिव समिट 2013’ में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन जब यह जानकारी दी गई कि इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में मोदी इकलौते भारतीय मुख्यमंत्री जिन्हें बुलावा मिला है तब सोशल नेटवर्किंग साइट पर वह छा गए और उनके समर्थन में जोरदार ट्वीट होने लगे। इस पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, क्या मजाक है, कहा जा रहा है कि मोदी इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री है जिन्हें गूगल समिट में बुलाया गया है। उन्होंने मुझे भी आमंत्रित किया है।
उमर के अलावा कई लोगों मोदी के न्यौते पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। चंद्रिका ट्वीट करती हैं, ये बड़ा डरावना है कि गूगल ने नरेंद्र मोदी को समिट को संबोधित करने के लिए बुलाया है। वहीं मिथलेश कुमार लिखते हैं, यदि आप अपने आयोजन की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो मोदी को बुला लें। हर कोई यही कर रहा है। इस बार गूगल ने ऐसा किया है।
इस समिट में मोदी गूगल प्लस के माध्यम से गूगल इंक के चेयरमैन एरिक स्मिथ से भी बातचीत करेंगे।
‘टेक्नोलॉजी इन पॉलिटिक्स’ विषय पर हो रहे इस सम्मेलन में ब्रिटिश अखबार गार्जियन के मुख्य संपादक एलन रासब्रिजर और 2008 व 2012 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के चुनाव अभियान के उपनिदेशक रहीं स्टेफिनी कटर भी हिस्सा लेंगी।
इससे पहले यह समिट न्यूयार्क, लंदन, बर्लिन, मैड्रिड, नरोबी, मास्को और सियोल जैसे शहरों में हो चुका है। मोदी ने इससे पहले अगस्त 2012 में गूगल हैंगआउट के जरिये लोगों से मुखातिब हो चुके हैं।