
आजकल आप सभी पेरेंट्स-माता और पिता अपने बच्चे के भविष्य को लेकर परेशान हैं की बच्चे को कौन सा व्यवसाय या प्रोफेशन में प्रवेश करवाया जाये की उनका भविष्य उज्जवल हो सके सुरक्षित हो सके…
आइये देखे बच्चे की कुंडली मे होने चाहिए यह योग —
अगर आपके बच्चे की कुंडली मे पंचम भाव का स्वामी शनि दशम मे बैठा है तो बच्चे को डोक्टर , वकील, जज बनाए । अगर शनि दशम मे सूर्य के साथ बैठा है तो सरकारी डोक्टर बनेगा तथा हृदय विशेषज्ञ बनाएँ या आंखो का विशेषज्ञ ओर्थोपेडिक बनाए , अगर चन्द्रमाँ के साथ बैठा है बच्चा विशेषज्ञ ,एनेथेसिया , पथोलोजिस्ट या आंखो का विशेषज्ञ बनाए अगर मंगल बैठा है तो सर्जन , रेडिओलोजी ब्लड केन्सर विशेषज्ञ बनाए । अगर शनि दशम मे शुक्र के साथ बैठा है स्त्री और प्रसूति विशेषज्ञ बनाए ।
बुध के साथ बैठा है चमड़ी और न्यूरो विशेषज्ञ बनाए । अगर गुरु के साथ बैठा है तो MD फिजिशियन बनाए । अगर केतू बैठा तो डेन्टिस्ट बनाए या पोस्ट मार्टम करने वाला बनाए । अगर राहू है तो मनोविज्ञान और गुप्त रहश्य की बीमारी का बनाए । अगर ग्रहो का बल कमजोर है तो फिजिओथेरेपी का और बल कमजोर है तो फार्मेसी या नुसर्सिंग कराएं । अगर ग्रहो का बल निम्न स्तर पर है तो मेडिकल मे टेक्निकल असिस्टेंस का काम सिखाये ।
इति शुभम भवतु.
पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री, मोब.–09669290067 (मध्य प्रदेश) एवं 09024390067 (राजस्थान)