“मित्रता” इस संसार के सुंदरतम शब्दों में से एक

गोपालसिंह
गोपालसिंह
“मित्रता” इस संसार के सुंदरतम शब्दों में से एक है। सब रिश्तों में ये एक रिश्ता ऐसा है जिसके चुनाव में हम पूरी तरह स्वतंत्र हैं। बाकी सब रिश्ते या तो ईश्वर बनाता है या समाज। लेकिन मित्र का चुनाव तो नितांत व्यक्तिगत है।
मित्रता संसार का सबसे मजबूत और सबसे नाज़ुक बंधन है। मजबूत इतना कि हज़ारों किलोमीटरों की दूरियां, बड़े से बड़ा झंझावात भी इसे ना तोड़ पाएं और नाज़ुक इतना कि ज़रा सी ठेस से टूट जाए। मजबूत इतना कि समस्त संसार मिल के भी ना तोड़ पाए और नाज़ुक इतना कि एक संदेह भरी दृष्टि से टूट जाए। मित्र एक ईश्वरीय वरदान है। यहां मित्र के साथ सच्चा शब्द का प्रयोग इसलिए नहीं किया कि सच्चा मित्र शब्द ही मुझे अटपटा लगता है। मित्र तो हमेशा सच्चा मित्र ही होता है। झूठा मित्र जैसा कुछ होता ही नहीं। जो सच्चा नहीं वो मित्र ही नहीं। वो तो बस मित्र होने का ढोंग कर रहा है।
मित्रता की नहीं जा सकती मित्रता तो बस हो जाती है। एक बहुत लोकप्रिय उक्ति है कि ईश्वर जिन्हें जन्म के रिश्तों में बाँधना भूल जाते हैं उन्हें मित्रता के रिश्ते में बाँध कर अपनी भूल की प्रायश्चित कर लेते हैं। मित्र वो है जिसके साथ अपनी हर खुशी, हर उपलब्धि बांटने का मन चाहता है। मित्र वो है जो हर दुख, हर निराशा में चट्टान की भाँति हमारे साथ रहता है और हमें आशा बँधाता है। मित्रों के बिना उत्सवों में कोई रंग नहीं। मित्रों के बिना जीवन में कोई उल्लास नहीं।
ममता और मित्रता दोनों ही हमेशा स्वार्थ से परे होते हैं। मित्र वो नहीं जो कर्णप्रिय बातें करे मित्र वो जो सच्चाई से अवगत कराए। मित्र एक दर्पण है जो हमें स्वयं से साक्षात्कार करवाता है। मित्र सूर्य या चंद्र नहीं जो नियत समय पर ही दिखे। मित्र तो हवा की तरह है। जैसे हवा कभी अनुभव होती है कभी नहीं लेकिन उसकी उपस्थिति अनिवार्य है वैसे ही मित्र की उपस्थिति हमारे जीवन में अनिवार्य है।
मैं संसार के उन सौभाग्यशाली व्यक्तियों में से एक हूँ जो मित्रता की दृष्टि से बहुत अमीर हैं संख्या और गुणवत्ता दोनों में ही। मैं आज जिस भी स्थान पर हूँ अपने मित्रों के सहयोग और प्रोत्साहन से ही हूँ। इस लेख का उद्देश्य आपको धन्यवाद देना और ये बताना है कि आप सब कितने विशेष हो। आप सब के बिना ये संसार इतना सुंदर ना होता जितना ये आपके होने से है। मेरे अवगुणों और दोषों के बावजूद मुझ पर अपना स्नेह हमेशा बनाए रखिएगा।

??मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ??
गोपालसिंह रावतपुरा
श्री सैणी आदर्श विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक- रावतपुरा (जैसलमेर )
अजमेरनामा ( फलसूंड क्षेत्र )
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7726053109

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