3. अमावस्या- लक्ष्मी पूजा: यह मुख्य दिन दीवाली जो लक्ष्मी पूजा (धन की देवी) और गणेश पूजा (सभी बाधाओं को हटा जो ज्ञान के देवता) के साथ पूरी होती है। महान पूजा के बाद वे अपने घर की समृद्धि और भलाई का स्वागत करने के लिए सड़कों और घरों पर मिट्टी के दीये जलाते है। विभिन्नरंगों,फूलों,धान्यों और दीयों से रंगोली बनाई जाती है | घरों के दरवाजों को तोरण या बंदनवार से सजाया जाता है | सभी लोगों को पूर्ण विश्वास होता है की माता लक्ष्मी जी उनके घर आकर उन्हें आशीर्वाद देंगी ओर उन पर धन-धान्य की वर्षा करेंगी |
प्रस्तुतिकरण—डा. जे.के गर्ग
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