भगवान विष्णु के हर रूप के साथ माता लक्ष्मी भी अवतरित हुई Part–3

डा. जे.के.गर्ग
डा. जे.के.गर्ग
हिन्दू संस्कृति मे माता लक्ष्मी की छवी:——- माता लक्ष्मीजी को अत्यंत प्रियशील सुंदर कमल के फूल पर विराज मान, भव्य हीरे-जवाराहत धारण किये हुए एवं सुंदर परिधान युक्त चार भुजा वाली देवी के रूप मे दर्शाया जाता है | माता के मुख मंडल से स्नेह, ममता, वात्सल्य, निर्मलशांती की आभा झलकती रहती है |
माता लक्ष्मीजी का वाहन :—- माता लक्ष्मी का वाहन उल्लू है, उल्लू दिन मे सोता है ओर रात मे जगता है|
आध्यात्मिक शक्ति का सूचक है कमल:—–
कमल के फूल को सदेव माता लक्ष्मी के साथ दिखाया जाता है | यहाँ पर माता लक्ष्मी के साथ कमल निर्मल,शुद्ध आध्यात्मिक उर्जा का प्रतीक बन जाता है | कमल की जड़े कीचड़ मे तो होती है किन्तु यह जल के ऊपर खिलता है और कमल पर कीचड का कोई नामोनिशान भी नहीं होता है | याद रखे कमल आध्यात्मिक शक्ति का सूचक भी है |
दीपावली:—माता लक्ष्मीजी का पूजन-अर्चना एवं पर्व
दीपोत्सव—दीपो का पर्व दिवाली प्रति वर्ष कार्तिक माह की अम्मावस को पूर्ण हर्ष उल्लास- के साथ बनाया जाता है | परम्परा के अनुसार सभी अपने अपने घर मे ओर घर के बाहर मिट्टी के दीयो मे तेल डाल कर रोशनी करते हैं | दीपावली पर घर-आंगन,छत एवं पूजाघर में रगोंली-माडण बनाने का खास महत्व है | विभिन्नरंगों,फूलों,धान्यों और दीयों से रंगोली बनाई जाती है | घरों के दरवाजों को तोरण या बंदनवार से सजाया जाता है | सभी लोगों को पूर्ण विश्वास होता है की माता लक्ष्मी जी उनके घर आकर उन्हें आशीर्वाद देंगी ओर उन पर धन-धान्य की वर्षा करेंगी |
प्रस्तुतिकरण—–डा,जे.के.गर्ग

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