साम्प्रदायिक सद्भाव की साक्षात मूर्ति लोकदेवता बाबा रामदेव—रामसापीर Part 5

जन के सेवक और उनके कष्टों को मिटाने वाले रामसापीर

j k garg
रामदेवजी ने राजा बनकर नही अपितु जनसेवक बनकर गरीबों, दलितों, असाध्य बीमारियों से पीड़ित रोगियों व जरुरत मंदों की हर सम्भव से सहायता और सेवा की। उनकी दया के पात्र हिन्दुओं के साथ मुस्लिम भी होते थे | दलित एवँ अछूत कन्या डाली बाई को रामदेवजी ने अपने घर के अन्दर बेटी की तरह रख कर उसका लालन-पालन किया | उन्होंने सैकड़ों दलितों का पोषण किया और उनकी सहायता सेवा की | इसीलिए आज भी असंख्य दलित समुदाय के लिये वे आराध्यदेवता हैं | रामदेवजी ने पोखरण की जनता को भेरव राक्षक से मुक्त कराया, राक्षक़ भेरव उनके सामने आत्मसमर्पण कर हमेशा के लिये मारवाड़ छोड़ कर चला गया |

error: Content is protected !!