Lagna in Astrology in Hindi

sangita puri
चूँकि हम पृथ्वी पर मौजूद हैं , हमे पृथ्वी की दैनिक या वार्षिक गति का आभास नहीं होता। हमें दिखाई देता है, आसमान के वृत्ताकार पथ का 360 डिग्री लगातार पूर्व से पश्चिम की ओर चलायमान हैं, और 24 घंटे में एक बार पृथ्वी की पूरी परिक्रमा कर लेता हैं। किसी की जन्मकुंडली उसके जन्म के समय आसमान का चित्र है। आपकी जन्मकुंडली के सबसे ऊपर के खाने में जो नम्बर अंकित होता है , वह आपके जन्म के वक्त पूर्वी क्षितिज, सबसे नीचे का खाना पश्चिमी क्षितिज , दिन के मध्य का आकाश बायी ओर और मध्य रात्रि के आकाश को दाहिने दिखाता है। पूर्वी क्षितिज में उदित होती हुई राशि को ज्योतिष में बहुत महत्व दिया गया है , इसलिए यह आपका लग्न होता है।
यदि जन्मकुंडली 1 अंक से शुरू हो , तो आपका लग्न मेष , यदि जन्मकुंडली 2 अंक से शुरू हो तो आपका लग्न वृष , यदि जन्मकुंडली 3 अंक से शुरू हो तो आपका लग्न मिथुन , यदि कुंडली 4 अंक से शुरू हो तो आपका लग्न कर्क , यदि कुंडली 5 अंक से शुरू हो तो आपका लग्न सिंह , यदि कुंडली 6 अंक से शुरू हो तो आपका लग्न कन्या , यदि कुंडली 7 अंक से शुरू हो रही ह तो आपका लग्न तुला, यदि कुंडली 8 अंक से शुरू हो रही हो तो आपका लग्न वृश्चिक , यदि कुंडली 9 अंक से शुरू हो रही हो तो आपका लग्न धनु , यदि कुंडली 10 अंक से शुरू हो रही हो तो लग्न मकर , यदि कुंडली 11 अंक से शुरू हो रही हो तो लग्न कुम्भ तथा यदि कुंडली 12 अंक से शुरू हो रही हो तो लग्न मीन कहलाता है। कुंडली में लग्न के स्वामी ग्रह और लग्न में बैठे ग्रहों की गत्यात्मक शक्ति से ही आपके पूरे व्यक्तित्व की जानकारी मिल जाती है।

लग्न का चार्ट हर दिन दो दो घंटे में बदलता रहता है , इस कारण यदि किसी का लग्न मेष है तो उसके जन्म के लगभग दो घंटे बाद जन्म लेने वालों का लग्न वृष , चार घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न मिथुन , उसी दिन छह घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न कर्क , उसी दिन 8 घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न सिंह, उसी दिन 10 घंटे बाद जन्म लेने वालों का लग्न कन्या , 12 घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न तुला, 14 घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न वृश्चिक , 16 घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न धनु , 18 घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न मकर , 20 घंटे बाद जन्म लेनेवालों का लग्न कुम्भ तथा 22 घंटे बाद जन्म लेने वालों का लग्न मीन होता है।

ये नियम एक देश में जन्म होने की स्थिति में लागू होते हैं। यदि किसी का जन्म दूसरे देश में 2 घंटे , 4 घंटे बाद हुआ तो उस देश की घडी के हिसाब से लग्न निकलेगा। यदि भारत में 7 बजे सुबह किसी का जन्म हो रहा है , उसके 2 , 4 , 6 , 8 घंटे पहले या बाद में भी किसी देश में सुबह के 7 ही बज रहे हैं तो बच्चे की कुंडली में लगभग वही लग्न बनेगा, क्योंकि पूर्वी क्षितिज में जो राशि हमारे यहाँ उदित हो रही थी , वही 4 -6 घंटे बाद उस देश में भी उदित हो रही है।

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