मित्तल हॉस्पिटल में लगा लेप्रोस्कोपिक एंड एण्डोस्कोपिक सर्जरी निःषुल्क चिकित्सा एवं परामर्ष षिविर

अजमेर जिला और संभाग के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकंड़ों रोगियों ने पाया लाभ
अजमेर, 9 जनवरी ()। अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पर रविवार को लेप्रोस्कोपिक एंड एण्डोस्कोपिक सर्जरी का निःषुल्क चिकित्सा एवं परामर्ष षिविर आयोजित किया गया। षिविर में अजमेर जिले सहित संभाग के आस पास ग्रामीण क्षेत्रों के सैंकड़ों रोगियों ने परामर्ष लाभ पाया।
षिविर में मित्तल हॉस्पिटल के न्यूरो व स्पाइन रोग विषेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ वर्मा, पथरी, प्रौस्टेट एवं मूत्र रोग विषेषज्ञ डॉ सन्तोष कुमार धाकड़, गैस्ट्रो एंड लेप्रोस्कोपिक विषेषज्ञ डॉ एस पी जिन्दल, कैंसर रोग विषेषज्ञ डॉ अर्पित जैन, स्त्री रोग विषेषज्ञ डॉ प्रीतम कोठारी व डॉ मैन्सी जैन, जनरल सर्जन डॉ पी प्रसाद व डॉ टी पी देवपुरा, हड्डी रोग विषेषज्ञ डॉ दीपक जैन, कान-नाक-गला रोग विषेषज्ञ डॉ रचना जैन अपनी सेवाएं निःषुल्क प्रदान कीं।
निदेषक मनोज मित्तल ने बताया कि षिविर सामाजिक सरोकार के तहत समाज के उन लोगों को सीधा लाभ पहुंचाने के उद्देष्य से किया गया जो किन्ही कारणों से अपने रोग का उपचार नहीं ले पा रहे हैं। उन्होेंने बताया कि ऐसे बहुत से ऑपरेषन हैं जिनका लेप्रोस्कोपिक उपचार संभव है किन्तु पीड़ित कदाचित चीरफाड़ के भय से उपचार पाने से दूरी बनाए हुए हैं। षिविर में ऐसे रोगियों को चिकित्सकों के समक्ष अपने रोग को बताने तथा उपयुक्त परामर्ष पाने का अवसर मिला।
उन्होंने बताया कि षिविर में पंजीकृत रोगियों को निर्देषित जांचों पर 25 प्रतिषत तथा ऑपरेषन व प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिषत की छूट षिविर से सात दिवस तक दी गई है। ज्ञातव्य है कि मित्तल हॉस्पिटल केंद्र, राज्य सरकार (आरजीएचएस), रेलवे कर्मचारियों एवं पेंषनर्स, भूतपूर्व सैनिकों (ईसीएचएस), ईएसआईसी द्वारा बीमित कर्मचारियों एवं सभी तरह के टीपीए द्वारा उपचार के लिए अधिकृत है।
षिविर में राज्य सरकार की नवीन कोविड गाइड लाइन का पूर्ण रूप से पालन किया गया। जिसमें हॉस्पिटल में प्रेवष से पहले स्क्रीनिंग, सोषल डिस्टेंसिंग , मास्क की अनिवार्यता तथा सैनिटाईजेषन नियमों की पालना की गई।

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