शक्ति स्वरूप माता की आराधना के नवरात्रि के नो दिन माने गए हैं | जहाँ चैत्र नवरात्रि के दौरान कठिन साधना और कठिन व्रत का महत्व है वहीं दुसरी तरफ शारदीय नवरात्रि के नो दिन के दौरान सात्विक साधना, नृत्य, उत्सव आदि का आयोजन किया जाता है | चूंकि आश्विन मास में शरद ऋतु का प्रारंभ हो जाता है, इसलिए इसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है | शारदीय नवरात्रि के दौरान बंगाल में शक्ति की आराधना स्वरूप दुर्गा पूजा पर्व मनाया जाता है वहीं गुजरात में गरबा आदि का आयोजन किया जाता है |चैत्र नवरात्रि का महत्व महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में अधिक है | मान्यता है कि चैत्र नवरात्रि की साधना आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाती है और आध्यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति करने वाली है | वहीं शारदीय नवरात्रि सांसारिक इच्छाओं को पूरा करने वाली मानी जाती है | नवरात्रि माँ के अलग अलग रूपों को निहारने और उत्सव मनाने का पर्व है।