भारतीय शेयर बाजार : कैसा रहेगा अगला सप्‍ताह ?

share market2 मई की पोस्‍ट में मैने जानकारी दी थी भारतीय शेयर बाजार से संबंधित अनुसंधान भी हमारे द्वारा किया गया है , जिसके आधार पर इसके भविष्‍य की जानकारी प्राप्‍त की जा सकती है। इस विषय में हमारे रिसर्च की शुरूआत जनवरी 2008 में तब हुई थी , जब शेयर बाजार दिन प्रतिदिन बडे बडे कदम नाप रहा था। इसका कारण ढूंढ पाने में हमें जबतक सफलता मिलती , उससे पहले ही इतनी उंचाई पर खडा शेयर बाजार प्रतिदिन लुढकने लगा था। जब इस खास महीनें में हुई इस आकस्मिक घटना के लिए आकाशीय स्थिति पर हमने गौर किया , तो एक खास योग को 22 जनवरी को उपस्थित पाया। वैसे तो जब आज विश्‍व का शेयर बाजार की इतने सारे घटकों पर निर्भरता बनीं हुई है, जिसे देखते हुए उस दिन भविष्‍यवाणी तो नहीं की जा सकी थी , पर उसी 22 जनवरी को ही बाजार के सबसे अधिक गिरने से हमें शेयर बाजार से संबंधित रिसर्च के लिए एक बडा आधार मिल गया, जिसके बल बूते रिसर्च करना बहुत आसान हो गया और आज अध्‍ययन मनन के परिणामस्‍वरूप नवम्‍बर तक पहुंचते पहुंचते बडी सफलता हाथ आ गयी है। जनवरी से अक्‍तूबर तक के 9 महीने का समय इतने बडे रिसर्च के लिए काफी नहीं माना जा सकता है , पर इसी रिसर्च का परिणाम शेयर से संबंधित भविष्‍यवाणियां है , जिनको आज आप सबों के साथ शेयर कर पाने में मुझे बडी खुशी हो रही है। सेंसेक्‍स और निफटी के अतिरिक्‍त अन्‍य सेक्‍टरों पर उतार चढाव से संबंधित शोध अभी भी जारी है।

आर्थिक क्षेत्र की छोटी बडी कई तरह की घटनाएं शेयर बाजार को प्रभावित करती हैं , पिछले सप्‍ताह हमने देखा कि रिजर्व बैंक की तरफ से नरम मौद्रिक नीतियों की घोषणा और पॉलिसी रेट में कटौती की उम्मीद में निवेशक इस कदर उत्‍साहित हुए कि रेट सेंसिटिव स्टॉक्स में खरीदारी से बाजार में 2 मई को जबर्दस्‍त उछाल आया , जिससे शेयर बाजार तीन महीने के उच्‍च स्‍तर पर पहुंच गया। पर बाजार की ऊंची उम्मीदों के बावजूद भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) ने मुद्रास्फीति के खतरे पर सख्त रुख बरकरार रखते हुए अपनी अल्पकालिक मुख्य ब्याज दर केवल 0.25 फीसदी घटाकर 7.25 फीसदी की पर सीआरआर को अपरिवर्तित रखा।  लेकिन आरबीआई की चेतावनी से बाजार को झटका लगा और  देश के शेयर बाजारों में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार 3 मई को गिरावट का रुख बना रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 55.35 अंकों की गिरावट के साथ 19,680.42 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 69.15 अंकों की गिरावट के साथ 5,999.35 पर कारोबार की शुरूआत हुई और और सेंसेक्‍स 160.13 अंकों की गिरावट के साथ तथा निफ्टी 19,575.64 पर और 55.35 अंकों की गिरावट के साथ 5,944.00 पर बंद हुआ।
संगीता पुरी
संगीता पुरी

बाजार में न सिर्फ इस घटना का प्रभाव आनेवाले सप्‍ताह में भी देखने को मिलेगा वरन् आने वाले सप्‍ताह में अन्‍य कुछ घटक भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। इस कारण 6 और 7 मई की स्थिति शेयर बाजार के लिए कुछ अधिक ही कमजोर रहेगी। मेटल सेक्टर के शेयरों में अधिक घटत की संभावना है! पूंजीगत वस्तुएं एवं खाद़य सामग्री के शेयरों के घटत की उम्मीद बनती है! कई क्षेत्रों के शेयर बढत की ओर प्रव़त्त हो सकते हैं! दोनो ही दिन 12 बजे से 3 बजे के मध्‍य ग्रहों का ऋणात्‍मक प्रभाव अधिक दिखेगा। पर 8 मई से 10 मई तक स्थिति बुरी नहीं दिखती है। इन तीनो ही दिन शेयर बाजार को प्रभावित करने वाले कुछ तत्व अच्छे और मनोनुकूल स्थिति में बने रहने से शेयर बाजार में उत्साहजनक वातावरण बनने की उम्मीद है। आई टी तथा रियल्टी सेक्टर के शेयरों की स्थिति अच्छी रहने की संभावना है! कई क्षेत्रों के शेयर बढत की ओर प्रव़त्त हो सकते हैं! ऑयल और गैस सेक्टर के मुख्य शेयरों में बढत की संभावना है! इन तीनों ही दिन 2 बजे के बाद मुनाफा वसूली का कुछ चक्‍कर हो सकता है।

 -संगीता पुरी, गत्यात्मक ज्योतिष से साभार
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