किरण एक छोटा सा नाम है लेकिन उसका काम नाम से कही बढ़कर है किरण 19 साल की बच्ची है जिस उम्र में वो यह कार्य कर रही है उस उम्र में फैशन और घूमना एक शोक होता है लेकिन उन सभी चीजों को ताक में रख किरण निकल चुकी है अपने मिशन को पूरा करने जिसका नाम है ” मिशन किरण ” किरण उन बच्चो को रौशनी दे रही है जो दलित समाज से है और शिक्षा के महत्व का उन्हें कम ज्ञान हो पाता है दलित समाज के साथ साथ कई और समाज के बच्चो को किरण उसकी पाठशाला से उनको शिक्षित कर रही है इसके साथ साथ कन्या भ्रूण हत्या कितना बड़ा पाप है बेटी को सामान अधिकार है अब समय है कि वो भी पुरुषो से कम नहीं है अब कंधे से कन्धा मिला कर वो कार्य करने लगी है ! इन सभी बातों को किरण अपनी पाठशाला के जरिये अपने बच्चो को सीखा रही है !
यानी हम यह कहे तो कुछ गलत नहीं होगा की किरण उन पत्थरो में उन हीरो को तराश रही है जिसकी कीमत या उनकी परख सिर्फ किरण को ही है !
उन सूखे पत्तो को देख हर कोई कह तो देता है उस पौधे की परवाह किसी को नहीं बिन पानी बेजान हो गए लेकिन उसको पानी किरण दे रही है
Kishor Solanki