46 मिनट 72 तालियां

sohanpal singh
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अगर यह सच है कि हमारे लोकप्रिय प्रधान मंत्री जब अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित कर रहे थे तो उनके 46 मिनट के भाषण के दौरान 72बार तालियां बजी यह इससे यह तो साफ़ दिखता है की उनकी बातो में जोश होगा ? या फिर किसी अवांछित बात पर हूटिंग की होगी जो की अविश्वसनीय ही है क्योंकि अगर यह मान लिया जाय की उत्साहित होकर मैच्योर्ड सांसदों ने बच्चों की तरह तालिया बजाई तो यह भी उचित नहीं है ? चूँकि 46 मिनट में 72 बार ताली बजाना यह भी कोई विश्व रिकार्ड ही होगा यानि हर 38.3 सेकेण्ड पर, माना की हर बार 5 सेकेण्ड के लिए तली बजी तो तो कु 6 मिनट का भाषण में व्याधन हुआ होगा ? इसी प्रकार 9 बार खड़े होकर उत्साह प्रकट करना और 9 ही बार सांसदों हंसना । अगर समय इसका समय 5 सेकंड लगाया जाय तो कुल 1 मिनट और 30 सेकेण्ड और बर्बाद हुआ ? इसलिए 46 मिनट में से 7 मिनट 30 सेकेण्ड घटा दिए जाये तो 38 मिनट 30 सेकेण्ड कुल भाषण जिसको भक्त गण 46 मिनट धरा प्रवाह अंग्रेजी बोलने का प्रचार कर रहे ? वह अलग तकनीक का कमाल है ? हमारे कुछ विद्वान मित्र हमसे सवाल कर रहे हैं की आपके प्रिय प्रधान सेवक वहां अपना भाषण दे रहे थे या अपना स्वागत करवा रहे थे ? क्योंकि कोई यह नहीं बता रहा है की तालियां क्यों और किस बात या कौन सी अदा पर बजी और लोग हँसे क्यों हँसने का कारण क्या था ? किसी भी देश में किसी भी मेहमान के भाषण के दौरान बार बार खड़े होंना कौन सी सभ्यता है । क्या वहां क्रिकेट मैच चल रहा था जहाँ चौके छक्के लगने पर पुरे स्टेडियम में लोग खड़े हो जातेथे ? अत देश हित में भक्तों को यह जरूर बताना चाहिए की अमेरिकी सांसदों ऐसा उत्साह अपने मोदी जी की किन बातो पर जताया था ?

एस.पी सिंह, मेरठ।

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