मुस्कान

(एक प्रयास किसी के चहरे पर मुस्कान लाने का)

बलराम हरलानी
बलराम हरलानी
मुस्कान ही जीवन है। क्या वजह है कि हमारे चेहरे से सच्ची मुस्कान गायब है? हमें वह हर प्रयास करना चाहिए जिससे हम हमारे व किसी दूसरे के चेहरे पर मुस्कान ला सकें। हर समस्या का एक हल है – शर्त सिर्फ एक है कि हमें मिल-जुल कर, सच को सामने रखकर, सामने वाले का सम्पूर्ण सम्मान रखते हुए समस्या का सकारात्मक हल ढूंढ़ना है।
हर समस्या का हल मुस्कान है। हसंते हुए चेहरे हमेशा सबके प्रिय होते हैं। एक प्रश्न रोज अपने आप से जरूर पूछें। क्या आपकी वजह से आज किसी के चहरे पर मुस्कान आई है? किसी और के चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास रोज़ करें। इससे रोज़ आपके चेहरे पर भी मुस्कान आएगी।
कभी आपके बच्चों को दादा-दादी के पसंद के टीवी प्रोग्राम उनके साथ देखने के लिए कहें फिर देखिए पूरे परिवार में कैसे खुशी बढ़ जाती है। कभी अस्पताल में जाकर किसी गरीब की सेवा करके देखिए आप बहुत अच्छा महसूस करेंगे। किसी गरीब परिवार के बच्चे को स्कूल में दाखिला करा कर देखिए आपके जीवन की सारी इच्छाएं पूरी होनी जैसी लगने लगेंगी।
आपके इन छोटे-छोटे प्रयासों से न जाने कितने चेहरों पर मुस्कान आएगी। कई सारी मुस्कानें आपस में मिलकर आपके जीवन में हंसी-खुशी का संचार कर देंगी। समाज में एक नया जोश आएगा। देश की मिल-जुल कर रहने वालों की व मुस्कान से भरे चेहरों वालों की एक नई पहचान बनेगी।
मेरे कहने से रोज़ कुछ ऐसा प्रयास करें कि आपके और हमारे चेहरे पर मुस्कान आए।

बलराम हरलानी
लेखक का परिचय – एक सफल व्यवसायी, कृषि उपज मंडी के डायरेक्टर, समाज सेवी, पूर्व छात्र सेंट ऐन्सलमस अजमेर।
E-mail : [email protected]

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