राजावत निष्पक्ष शहर भाजपा जिलाध्यक्ष हो सकते है

Anand Singh Rajawatजैसा की अजमेर भाजपा दोनों मंत्रियों की गुटबाजी का शिकार होने के कारण उस बाहुबली का किरदार अदा कर रही है जो पोलियो ग्रस्त है !
देश के हर क्षेत्र में अपना परचम लहराने के साथ साथ अजमेर का ध्यान 5 दिग्गज नेता भी मिलकर हल नहीं निकाल पा रहे है !
यह खुशी मनाने का अवसर था कि अजमेर को सौगात के स्वरूप में दो राज्य मंत्री मिले ,मगर एक दूसरे को नीचा दिखाने के चक्कर में वह ये भूल गये कि अजमेर की भाजपा का क्या होगा !
भूल गये की उनके मंत्री बनने के पीछे कितनी आहुतिया हुई कितने गुट बाजी के शिकार हो गये !
आज का ये माहौल है कि पूर्व बजरंग मण्डल अध्यक्ष आनन्द सिंह राजावत जो कभी देवनानी खेमे से नवरत्नों में माने जाते थे जिनके जिम्मेदाराना अध्यक्ष होने का विधानसभा, लोकसभा परिणाम भाजपा के सामने है ,
हालांकि देवनानी जी संघ के पसंदीदा है और राजावत जी भी संघ से है और अगर उनके बजरंग मंडल अध्यक्ष रहते हुए कार्य को देखा जाये तो वो सराहनीय है।दूसरा पृथ्वी राज मण्डल के अध्यक्ष एवं पार्षद रमेश सोनी जी के नजदीकियां माने तो वो भी राजावत से कही पीछे नहीं संघ पृष्ठ भूमि के साथ वो देवनानी खेमे के नजदीक माने जाते है !और दूसरा स्थान शहर अध्यक्ष के लिये माने तो गलत न होगा !
मगर भाजपा की पृष्ठ भूमि माने तो उन्हें वार्ड 11 के पार्षद रूप में भाजपा से दायित्व मिल चुका है !
और आनन्द सिंह राजावत एक निष्पक्ष अजमेर शहर के जिलाध्यक्ष हो सकते है !
और पतवार रूप में भाजपा की कुछ तो नैया पार करा सकते है !
whats app

error: Content is protected !!