अजमेर, 24 जून। विधानसभा की स्थानीय निकाय और पंचायतीराज संस्थाओं संबंधी जनलेखा समिति के सदस्यों ने कहा कि अधिकारी अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए राजस्व वसूली संबंधी प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने प्रयास करें, जिससे राजस्व हानि ना हो।
स्थानीय निकाय व पंचायती राज संस्थाओं संबंधी जनलेखा समिति ने आज कलेक्टेªट सभागार में स्थानीय निकाय, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। समिति सदस्यों ने कहा कि राजस्व वसूली के प्रकरणों में शिथिलता नही बरती जानी चाहिए, अधिकारी प्रदत्त अधिकारों का नियमानुसार उपयोग करते हुए राजस्व वूसली के प्रकरणों का निस्तारण करें। जनलेखा समिति में सभापति व विधायक श्री विजय बंसल व विधायक व सदस्य श्री झाबरसिंह खर्रा, श्री नन्दकिशोर महरिया एवं श्री पूरणमल सैनी शामिल थे।
जनलेखा समिति ने सभापति श्री विजय बंसल की अध्यक्षता में महालेखाकार सीएजी प्रतिवेदन वर्ष 2004-05 से 2012-13 तक के आक्षेपांे के संबंध में स्थानीय निकाय, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली एवं निर्देश दिए। समिति द्वारा सर्वप्रथम नगर निगम अजमेर से संबंधित महालेखाकार सीएजी प्रतिवेदन के विभिन्न अनुच्छेद(आक्षेप) के संबंध में जानकारी ली गई। जिसके तहत संेदरिया में कचरा पृथक्करण व ठोस कचरा प्रबंधन, माखूपुरा डम्पिंग यार्ड भूमि को विकसित करने, कामकाजी महिला छात्रावास के उपयोग की स्थिति, भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क की कम वसूली, भवन निर्माण अनुज्ञा शुल्क व जांच शुल्क वसूल ने किए जाने संबंधी आक्षेपों के संबंध में जानकारी लेकर निर्देश दिए गए। नगर निगम उपायुक्त श्रीमती सीमा शर्मा ने बताया संेदरिया आर.डी.एफ. प्लान्ट का कार्य प्रारम्भ करने के बाद ही कचरे के पृथक्कीकरण कार्य प्रारंभ होगा। माखूपुरा की जमीन को डम्पिंग ग्राउण्ड शट डाउन की स्थिति में रिजर्व रखा गया है। शास्त्राीनगर स्थिति महिला छात्रावास का पूर्व में महिला रेनबसेरे के रूप में उपयोग किया गया था, लेकिन रेनबसेरे में महिलाओं के नही आने के कारण नगर निगम के सीवर लाईन प्रोजेक्ट हेतु उपयोग में लिया जा रहा है। श्रीमती शर्मा ने अन्य आक्षेपों के संबंध में भी जानकारी दी एवं निर्देशों की पालना हेतु सहमति दी।
बैठक में किशनगढ नगरपरिषद आयुक्त श्री नारायणलाल मीणा ने कच्ची बस्ती नियमन के दौरान आवासीय के साथ व्यवसायिक भवनों के नियमन संबंधी आक्षेप के संबंध में जानकारी दी। जिस पर जनलेखा समिति ने संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की बात कही। विजयनगर नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी श्री लजपाल सिंह ने नगर पालिका द्वारा वर्ष 2006-07 में स्वीकृत बजट से अधिक व्यय करने के आक्षेप के संबंध में जानकारी दी, जिस पर समिति सदस्यों ने आक्षेप के निस्तारण में विलम्ब पर खेद जताया। पुष्कर नगर पलिका के अधिशाषी अधिकारी श्री शशिकान्त शर्मा ने वर्ष 2005-06 में स्वीकृत बजट से अधिक 5.73 लाख अधिक व्यय होने संबंधी आक्षेप पर जवाब प्रस्तुत किया। ब्यावर नगर परिषद के अधिकारियों ने कृषि भूमि नियमन के दौरान कम लीज राशि लेने के आक्षेप के संबंध में वसूली हेतु की गई कार्यवाही से अवगत कराया।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेश कुमार चैहान ने भी विभिन्न आक्षेपांे के संबंध में की गई वसूली की कार्यवाही से अवगत कराया। इससे पूर्व जनलेखा समिति के कलेक्टेªट सभागार पहुंचने पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार ने बुके भेंट कर स्वागत किया।
बैठक में स्थानीय निकाय, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी, विकास अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।