डेढ़ दशक में उतराखंड में 7 मुख्य मंत्री बदले गये, भाजपा का तो एक भी मुख्य मंत्री पॉच साल पूरे नही कर सका- नित्यानंद स्वामी,भगत सिंह कोश्यारी,रमेश रोखरियाल व बीसी खंडूरी। कांग्रेस को दो बार मौक़ा मिला जिसमें नारायण दत तिवारी ने पॉच साल पूरे किये।विजय बहुगुणा दो साल में हटा दिये गये और हरीश रावत ने भी लगभग दो साल ही रह सके।
उकत राज्य से कांग्रेस राज खोने के कारणों व उत्तरदायी व्यक्तियों पर कांग्रेस आलाकमान को गंभीरता से चितंन कर एेसे तत्वों के विरूद्ध अनुशासनातमक कार्यवाही की जानी चाहिये अन्यथा पार्टी को ओर क्षति कारित होगी।सारे घटनाक्रम से देश के सामने एक संदेश तो गया है कि पार्टी का राज्य नेतृत्व भ्रष्टाचार में लिप्त रहा है , यदपि भाजपा ने भ्रष्टाचार का सहारा लेकर ही विधायकों को उकसाया लेकिन दोषी विधायक भी एंव राज्य नेतृत्व भी है। इस घटनाक्रम पर कांग्रेस का प्रतिक्रियाविहीन होना आत्मघाती होगा। संवैधानिक कार्यवाही, राजनैतिक दोषारोपण तो होनी ही चाहिये परन्तु पार्टी में अनुशासन व निति प्रतिबद्धता बनाये रखना दलीय अस्तित्व व प्रजातंत्र के लिये परमावश्यक है ।
सत्य किशोर सक्सेना ,एडवोकेट , राजस्थान उच्च न्यायालय , जयपुर, पूर्व जिला प्रमुख ,अजमेर-मो.9414003192