आगरा। 05 नवम्बर 2016 दिन शनिवार को टोरेंट की टीम कलाल खेरिया में बिजली केबल डालने पहुंची। ग्रामीणों द्वारा परमिशन मांगने पर टोरेंट के अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ अभद्रता कर दी। यह सुनकर मौके पर ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के कार्यकर्ता पहुँच गए और टोरेंट के कर्मचारियों को बंधक बना लिया। फिर बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया।
ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के सतीश राजपूत ने कहा कि टोरंट की मनमानी अंडरग्राउंड केबल के नाम पर नहीं चलने दी जायेगी। ग्रामीणों का उत्पीड़न किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। आज टोरंट की टीम ने केबल बदलने के नाम पर घरो में घुसकर जो अभद्रता की है वो असहनीय है। यह कतई स्वीकार्य नहीं है। यदि भविष्य में टोरंट ने यही गलती दोहरायी तो टोरंट की टीम को बंधक नहीं दौड़ा-दौड़ा कर पीटेंगे। या तो टोरंट कर्मचारी अपनी आदत बदले या जब तक उनके पास परमिशन न हो तब तक ग्रामीण क्षेत्रो में न घुसें।
ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के गिर्राज सिंह राजपूत ने कहा कि टोरंट टीम अंडरग्राउंड केबल के नाम पर ग्रामीणों का शोषण करती आ रही है। टोरंट कर्मचारी चेकिंग के नाम पर घरों में घुसकर महिलाओं से अभद्रता करते हैं। विरोध करने पर झूठे मुकदमे ग्रामीणों पर लाद दिए जाते हैं। जोकि अंग्रेजी शासन की याद दिलाते हैं। यदि टोरंट कर्मचारियों ने ग्रामीणों का उत्पीड़न बंद नहीं किया तो ग्रामीण सड़कों पर आकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
मौके पर मुकेश राजपूत, अमन राजपूत, भगवान् सिंह राजपूत, गजेंद्र राजपूत, किशन राजपूत, सुभाष राजपूत, भगवान् लोधी, हाकिम सिंह, लंबरदार, हजारीलाल राजपूत, राजू राजपूत, समर सिंह राजपूत, उर्मिला देवी, गीता देवी, राजकुमारी, सुक्को देवी, बीमा देवी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
टोरेंट पावर बंद करे ग्रामीणों का उत्पीडन
आगरा। कलाल खेरिया में टोरेंट के कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणों से अभद्रता करने पर ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के ब्रह्मानंद राजपूत ने कहा कि टोरेंट के अंडर में जितने भी 24 गाँव हैं, हर गाँव में ग्रामीण विकास संघर्ष समिति की टीम काम कर रही है। अगर टोरेंट के अधिकारी किसी भी गाँव में ग्रामीणों, महिलाओं या बुजुर्गों से अभद्रता करते हैं तो ग्रामीण विकास संघर्ष समिति यह सहन नहीं करेगी और हर जगह ग्रामीण विकास संघर्ष समिति द्वारा विरोध दर्ज कराया जाएगा। आने वाले समय में चुनावों से पहले ग्रामीण विकास संघर्ष समिति टोरेंट के खिलाफ एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा बना रही है। जिससे कि टोरेंट से डील करने वाले राजनैतिक दलों को सबक सिखाया जा सके।