पश्चिमी दिल्ली से अगवा कर बवाना इलाके में मारे गए स्क्रैप डीलर धुव कुमार के मर्डर में उसकी पत्नी को प्रेमी समेत गिरफ्तार किया गया है। दोनों अपने अवैध संबंधों में धुव को बाधा मानते थे। धुव उनके संबंधों का विरोध करता था।
धुव कुमार मोती नगर में रामा रोड पर रहता था। 20 सितंबर को उसके भाई राम सागर गुप्ता ने पुलिस को धुव के लापता होने की खबर दी। उन्होंने बताया कि वह 18 सितंबर से लापता है। राम सागर ने उसके अपहरण की आशंका जताई। उनकी कंप्लेंट पर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर लिया। अगले दिन बवाना इलाके के जंगल में वहां के लोगों को एक अज्ञात आदमी की लाश नजर आई। पुलिस जांच में पता चला कि वह ध्रुव की लाश थी। अपहरण की एफआईआर में मर्डर का सेक्शन भी जोड़ दिया गया।
अडिशनल पुलिस कमिश्नर वी. रंगनाथन के मुताबिक तहकीकात के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि धुव की पत्नी नीतू (23) के अवैध रिश्ते पड़ोस में रहने वाले महेश (23) के साथ हो गए थे। नीतू के पति की गैर मौजूदगी में महेश उसके घर पहुंच जाता था। उसके बार-बार घर आने पर आसपास के लोगों से यह बात धुव को भी मालूम हो गई। उसने अपनी पत्नी को रोकने की कोशिश की। नीतू ने यह बात महेश को बताई। नीतू ने अपने पति की हत्या के लिए महेश को उकसाया। महेश तैयार हो गया।
उसने यूपी के बस्ती जिले में अपने गांव से अपने दो जानकारों राजू और कल्लू को दिल्ली बुलाया। तीनों ने धुव का काम तमाम करने का प्लान तैयार किया। योजना के मुताबिक 17 सितंबर की शाम महेश बहाने से धुव को बवाना के जंगल में ले गया। वहां राजू और कल्लू भी मौजूद थे। उन्होंने रॉड ध्रुव के सिर में मारकर उसकी हत्या कर दी। लाश को जंगल में डालकर तीनों वापस आ गए। पुलिस ने महेश को जखीरा से गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद नीतू को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी दोनों मुलजिम फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।