अजमेर से सौतेला बर्ताव छोड़ पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करे सरकार

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर/अजमेर, 23 जुलाई। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार अजमेर के साथ सौतेला बर्ताव करना छोड़े तथा जनता की पेयजल जैसी प्रमुख आवश्यकता के लिए जरूरी बजट तत्काल जारी कर पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करे।

देवनानी ने आज राजस्थान विधान सभा में पर्ची के माध्यम से बीसलपुर बांध में पानी की कमी से उत्पन्न पेयजल संकट का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अजमेर शहर ही नहीं सम्पूर्ण अजमेर जिले की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बीसलपुर बांध परियोजना पर निर्भर है तथा अजमेर सहित 3 अन्य जिलों के लगभग 90 लाख लोग इससे लाभान्वित होते है। वर्तमान में इस बांध में 2.25 टीएमसी पानी ही बचा है जबकि इसकी कुल भराव क्षमता 38.70 टीएमसी है। उन्होंने कहा कि हालात यह है कि आज बांध में 9 दिन की आपूर्ति योग्य पानी बचा है जबकि सरकार हाथ पर हाथ धर कर बैठी है। ना तो कोई वैकल्पिक प्रबन्ध किये गये है और ना ही सामने नजर आ रहे गंभीर जल संकट से निपटने की कोई तैयारी।

अजमेर में पहले से ही पेयजल संकट, जलदाय महकमा व्यवस्था सुधारने में नाकाम-
उन्होंने सदन में कहा कि अजमेरवासी तो पहले से ही पानी की समस्या से त्रस्त है। पिछले 6 माह से बीसलपुर से मिलने वाले पानी में लगातार कटौति की जा रही है। आज अजमेर के शहरी क्षेत्र में कम से कम 72 घण्टे के अन्तराल से अपर्याप्त पेयजल आपूर्ति की जा रही है जबकि पेराफैरी गांवों में तो 5-7 दिन के अन्तराल से आपूर्ति हो रही है। क्षेत्र में खराब हेण्डपम्प नहीं सुधारे जा रहे है तथा शहर के अन्दरूनी क्षेत्र हेतु गत वर्ष स्वीकृत हेण्डपम्प जो कि छोटी मशीन से खोदे जाने है वो अभी तक भी नहीं खोदे गये है। अजमेर का जलदाय महकमा पेयजल व्यवस्था को सुधारने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। भविष्य में क्षेत्र में कितने दिन के अन्तराल से कैसे पेयजल आपूर्ति हो सकेगी यह अत्यन्त ही चिन्ता का विषय है।

जयपुर की तरह अजमेर को भी कटिन्जेंसी प्लान के लिए बजट तुरन्त जारी करे-
देवनानी ने विधान सभा में कहा कि सरकार अजमेर के साथ सौतेला व्यवहार करना बन्द करे तथा जिस प्रकार जयपुर की पेयजल व्यवस्था हेतु 288 करोड़ रूपये स्वीकृत किये है उसी प्रकार अजमेर के लिए भी कटिन्जेंसी प्लान हेतु आवश्यक बजट शीघ्र स्वीकृत करे जिससे पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए आवश्यक प्रबंध किये जा सके। उन्होंने कहा कि यदि अब भी सरकार नहीं चेती तो अजमेर में पेयजल की समस्या अनियंत्रित होकर विकराल रूप धारण कर सकती है क्यों कि सरकार यदि तुरन्त ही बजट स्वीकृत कर देती है तो उससे आवश्यक प्रबंध करने में भी 2 से 3 माह तक का समय लगेगा जबकि बीसलपुर बांध से आगामी कुछ दिन तक ही पानी मिल सकता है।

भाजपा सरकार द्वारा स्वीकृत ब्राह्मणी नदी योजना की क्रियान्विति हो तुरन्त-
उन्होंने कहा कि गत भाजपा सरकार ने बीसलपुर बांध में पानी की कमी से उत्पन्न होने वाले संकट की पहले से ही चिन्ता की थी तथा बांध में ब्राह्मणी नदी का पानी लाने के लिए 6000 करोड़ की योजना स्वीकृत की थी जिसकी डीपीआर बनाने की कार्यवाही भी प्रारम्भ कर दी थी, परन्तु वर्तमान सरकार ने इस योजना को ठण्डे बस्ते में डाल दिया तथा बजट में इसके लिए कोई प्रावधान नहीं रखा। देवनानी ने सरकार से आग्रह किया की कि इस योजना की क्रियान्विति तुरन्त प्रारम्भ कराई जाए।

परम्परागत जल स्त्रोंतो की सार सम्भाल व ट्यूबवेल, हेण्डपम्प खोदने सहित उठाये आवश्यक कदम-
उन्होने सरकार से यह भी आग्रह किया कि क्षेत्र में उत्पन्न पेयजल संकट के मामले में शीघ्र ही गंभीरतापूर्वक आवश्यक कदम उठाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिये कि प्राथमिकता से क्षेत्र के परम्परागत जल स्त्रोतों कुए-बावड़ियों व तालाबों की साफ-सफाई कराई जाएं। क्षेत्र में नये ट्यूबवेल व हेण्डपम्प खुदवाये जाए। खराब हेण्डपम्प के पाईप आदि बदलकर ठीक कराये जाए। पाईप लाईन के लीकेज ठीक कराने के साथ ही अवैध कनेक्शनों को काटा जाएं जिससे पानी की बचत हो सके। फायसागर व आनासागर झील का पानी उपयोग में लेने की सम्भावना भी देखनी चाहिए।

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