पर व्यक्तिगत तौर पर हमपर ये ग्रह ऐसा प्रभाव नहीं डालते। जन्म के समय ये ग्रह किसी पर 100% मेहरबान हो जाते हैं , किसी को 50% तो किसी को 0% भी मिलता है। ग्रहों की इसी स्थिति के काऱण कोई किसी मामले में सुखी, किसी मामलों में सामान्य और किसी मामलों में दुःख की अनुभूति करता है। इतना ही नहीं, अपनी जीवनयात्रा में मनुष्य को कोई समय आरामदायक , कोई समय सामान्य अवस्था का और कोई समय कष्टकर दीखता है .समय अच्छा होता है तो रोज धनतेरस और दीपावली होती है , अन्यथा सब गड़बड़। इन्ही ग्रहों के कारण, जो किसी पर 100% मेहरबान हो जाते हैं , किसी को 50% तो किसी को 0% भी मिलता है। इसी आधार पर गत्यात्मक ज्योतिष में पूरे जीवन के उतार-चढ़ाव का लेखाचित्र और जीवन के सभी मामलों के सुख-दुःख को पाई चार्ट में दिखलाने में सफलता पायी।
हमलोग रिसर्च में और आगे बढे तो मालूम हुआ , सिर्फ जन्म के समय में ही नहीं , गोचर में भी यानि आसमान में चलते हुए भी ये ग्रह किसी दिन आपपर 100% मेहरबान हो जाते हैं , किसी को 50% तो किसी को 0% भी मिलता है। ग्रहों की इसी स्थिति के काऱण कभी कभी पुरे वर्ष , कभी किसी महीने, किसी दिन या किसी घंटे भी व्यक्ति किसी मामले में सुखी, किसी मामलों में सामान्य और किसी मामलों में दुःख की अनुभूति करता है। इसी को समझते हुए प्रचलित चंद्र राशिफल, सूर्य राशिफल से एक कदम आगे बढ़ते हुए हमने लग्नराशिफ़ल की शुरुआत की थी ।
ग्रहों के इस रहस्य को समझने के बाद काफी दिनों से मेरी इच्छा एक ऐसा एंड्राइड ऐप्प बनाने की थी , जो आसमान में चल रहे ग्रहों के आपपर पड़ने वाले धनात्मक , ऋणात्मक और सामान्य प्रभाव को आपके मोबाइल तक पहुंचा सके। ग्रह के इस प्रभाव के हिसाब से ही आपको अपने कार्यक्रम बनाने में मदद कर सके। क्या करें और क्या न करें , इसका सुझाव भी दे सके। आपलोगों को यह जानकार ख़ुशी होगी कि यह एप्प अपने अंतिम चरण में है .यह एप्प आपके जन्मकालीन और गोचर के सारे ग्रहों , दोनों के परस्पर तालमेल से के आधार पर भविष्यफल देने में समर्थ होगा. शीघ्र ही आपके लिए प्लेस्टोर में उपलब्ध होगा। इस एप्प के नाम और पते की जानकारी बाद में दी जाएगी।
इस एप्प में बहुत अधिक ध्यान संकेन्द्रण के कारण हमारे केंद्र में बहुत सारे गत्यात्मक ज्योतिष प्रेमियों को अपनी गत्यात्मक कुंडली या सेवा लेने के लिए इंतज़ार करना पड़ रहा है , आशा है , वे क्षमा करेंगे। हम शीघ्र ही उनको सेवा देने में समर्थ हो जायेंगे।
संगीता पुरी
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