जिले में 4 लाख 2 हजार 668 जॉब कार्ड जारी-मीना

c r meena 2अजमेर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण गांरटी योजना में अजमेर जिले में अब तक 4 लाख 2 हजार 668 जॉब कार्ड जारी किये हैं जिनके आधार पर ग्रामीणों को रोजगार सुलभ कराया जा रहा है। अजमेर जिले में यह योजना एक अप्रेल 2008 से प्रारम्भ हुई थी।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी.आर. मीना ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जिले की 8 पंचायत समितियों की 276 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण परिवारों की संख्या 2 लाख 90 हजार 48 है। मई 2013 में 34 हजार 299 परिवारों को इस योजना में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। मई माह के द्वितीय पक्ष में 2014 कार्य पर एक लाख 71 हजार 829 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया।
मीना ने बताया कि इस योजना के प्रारम्भ होने के साथ ही वर्ष 2008-09 में 2 लाख 66 हजार 836 परिवारों, वर्ष 2009-10 में 2 लाख 68 हजार 760 परिवारों, वर्ष 2010-11 में 2 लाख 92 हजार 876 परिवारों, वर्ष 2011-12 में 2 लाख 51 हजार 327 परिवारों तथा वर्ष 2012-13 में 2 लाख 38 हजार 128 परिवारों को रोजगार दिया गया। इन वर्षाें में क्रमश: 249, 278, 167, 133 तथा 132 लाख मानव दिवस रोजगार सृजित किये गये।
उन्होंने बताया कि गत चार वर्षाें में ढांचागत व्यवस्था एवं सुधार पर अजमेर जिले में विशेष ध्यान दिया गया जिसके तहत गांवों की अंदरूनी गलियों में कीचड़ व गंदगी से निजात पाने हेतु लगभग 1200 सीमेंट कंक्रीट रोड़ स्वीकृत करके कार्य कराये गये। इसके तहत विभिन्न गांवों एवं ढ़ाणियों को तथा ग्रामीण रिहायशी ईलाकों को ग्रेवल सड़कों से आपस में जोड़ा गया। परम्परागत जल संरक्षण ढ़ांचों, तालाबों की मरम्मत व डीस्लिटिंग के कार्य तथा नये तालाब, नाड़ी निर्माण के कार्य भी व्यापक स्तर पर कराये गये जिसके फलस्वरूप भूमिगत जल स्तर में भी लगभग 5-7 मीटर की वृद्घि दर्ज की गई। जिले की 2 महत्वपूर्ण नदियां खारी व डाई नदी पर 7 बड़े पुल का निर्माण सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से कराये जा रहे हैं। इन पुलों के निर्माण के बाद नदी के दोनों ओर स्थित गांवों का सम्पर्क अब वर्षा ऋतु में नहीं कटेगा।
मीना ने बताया कि इस योजना के माध्यम से दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं बी.पी.एल. लाभार्थियों के खेतों पर भू-सुधार के साढे तीन हजार कार्य स्वीकृत किये गये हैं। ग्राम पंचायतों की सामुदायिक भूमि तथा चारागाह क्षेत्रों को भी विकसित किया गया है। मीना के अनुसार वर्ष 2008-09 में 100 दिन पूरे करने वाले परिवारों की संख्या 1 लाख 65 हजार 413, वर्ष 2009-10 में 1 लाख 50 हजार 245, वर्ष 2010-11 में 20 हजार 88, वर्ष 2011-12 में 20 हजार 828 तथा वर्ष 2012-13 में 100 दिन रोजगार पूरे करने वाले परिवारों की संख्या 21 हजार 299 है।

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