
अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर के पद का कार्यभार आरएएस अधिकारी किशोर कुमार ने आखिर ले ही लिया। कानाफूसी थी कि उनकी नियुक्ति आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर काफी सोच समझ कर की गई थी। ज्ञातव्य है कि पिछले दिनों सरकार ने जो तबादला सूची जारी की थी, उस बाबत मीडिया की यही राय थी कि यह चुनावी जाजम बिछाने के लिहाज से ही की गई है। जब किशोर कुमार ने तुरंत ज्वाइन नहीं किया तो अनुमान यही लगाया गया कि शायद उनकी इच्छा यहां ज्वाइन करने की नहीं है, मगर अंदरखाने की खबर है कि एक पूर्व विधायक को किशोर कुमार को यहां लगाने पर बड़ी भारी तकलीफ थी और उन्होंने जयपुर दरबार में एडी-चोटी का जोर लगा दिया कि यहां किसी और को लगाया जाए। पूर्व विधायक महोदय को किशोर कुमार से एलर्जी की चाहे जो वजह हो, मगर लगता है कि जयपुर दरबार ने उनकी नहीं सुनी और साफ कर दिया कि उनकी नियुक्ति कुछ सोच कर ही की गई है। यहां बता दें कि किशोर कुमार इससे पहले यहां जिला कलेक्टर मंजू राजपाल के कार्यकाल के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर पद पर काम कर चुके हैं और उनकी छवि एक कर्मठ, संजीदा व लो-प्रोफाइल ऑफिसर के रूप में रही है।