अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत चालू वित्तीय वर्ष के नवम्बर माह तक 63 हजार 717 स्थानांे पर छापामार कार्यवाही की जाकर 20 हजार 320 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गई है।
निगम के प्रबन्ध निदेषक श्री पी.एस.जाट ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए चालू वित्तीय वर्ष के दौरान नवम्बर माह तक की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में दो हजार 426 प्रकरणों मे पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफ.आई.आर) दर्ज करायी जाकर 55 व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गयी है वहां उपभोक्ताओं पर 38 करोड़ 96 लाख 99 हजार रूपये का जुर्माना किया गया है। जिनमें से 17 करोड़ 12 लाख 47 हजार रूपये मौके पर ही वसूली की गई है।
प्रबन्ध निदेषक ने बताया कि निगम क्षेत्र के जिलांे में बिजली चोरी की सर्वाधिक एफ.आई.आर. नागौर में 431 दर्ज करायी गयी है। जबकि सीकर वृत में 421, उदयपुर में 361, चितौड़गढ़ में 265, अजमेर शहर सर्किल मंे 264, झुंझुनू में 209, भीलवाड़ा में 157, अजमेर जिला वृत में 105, राजसमन्द में 72, बांसवाड़ा में 57, प्रतापगढ़ में 52 तथा डूंगरपुर में 32 प्रकरण दर्ज कराए गए है।
उन्होने बताया कि बिजली चोरी के प्रकरणों में उपभोक्ताओं से वसूली गई जुर्माना राषि सर्वाधिक सीकर वृत में 2 करोड़ 81 लाख 95 हजार रूपये हुई जबकि झुंझुनूं में 2 करोड़ 50 लाख 74 हजार रूपये, भीलवाड़ा में 2 करोड 25 लाख 7 हजार रूपये, नागौर वृत में 2 करोड़ 6 लाख 16 हजार रूपये, उदयपुर में एक करोड़ 81 लाख 77 हजार रूपये, अजमेर शहर वृत में एक करोड़ 28 लाख 73 हजार रूपये, अजमेर जिला वृत में एक करोड़ 17 लाख 77 हजार, राजसमन्द में 97 लाख 86 हजार रूपये, चितौड़गढ़ में 75 लाख 98 हजार रूपये, डूंगरपुर में 70 लाख 70 हजार रूपय,े बांसवाड़ा में 46 लाख 9 हजार तथा प्रतापगढ़ में 29 लाख 65 हजार रूपये की जुर्माना राषि वसूली गई हैं।
प्रबंध निदेषक ने बताया कि बिजली चोरी प्रकरणों में सर्वाधिक गिरफ्तारी बांसवाड़ा में 18 व्यक्तियों की गई है जबकि अजमेर जिलावृत में 11, भीलवाड़ा में 9, उदयपुर में 6, नागौर में 5, झुंझुनूं में 3, सीकर में 2 तथा राजसमंद में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की गई है।