बडे मेलों के लिए आपदा प्रबंधन की योजना तैयार की जाए

Dargaah 31अजमेर। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य श्री मुजफ्फर अहमद ने कहा कि उर्स एवं इस तरह के अन्य बडे मेलों के लिए आपदा प्रबंधन की योजना तैयार की जाए। इसके लिए विभिन्न विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें। श्री अहमद ने मंगलवार को सर्किट हाउस में जिले के अधिकारियों से सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स एवं जिले में आपदा प्रबंधन के मुद्दे पर चर्चा की। श्री अहमद ने कहा कि आपदा प्रबंधन की तैयारी हमेशा मेले से पूर्व ही कर ली जानी चाहिए। जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन की एक टीम हमेशा अद्यतन जानकारियों के साथ तैनात रहे ताकि कभी भी जरूरत पडने पर संसाधनों को तुरन्त जुटाया जा सके।
श्री अहमद ने कहा कि जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन टीम आपदा संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करें। जिले के सभी अस्पतालों, उनके स्टाफ, संसाधन, पुलिस, सेना, सीआरपीएफ, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन तथा अन्य विभागों के साथ पूरा समन्वय स्थापित रखा जाए। इन विभागों तथा संसाधनों की जानकारियों का समय पर अपडेट होना भी जरूरी है।
बैठक में मेला मजिस्टे्रट श्री हरफूल सिंह यादव, नगर निगम के सीईओ श्री सीआर मीणा, उपखण्ड अधिकारी डॉ. राष्ट्रदीप यादव, तहसीलदार श्री रामकुमार टाडा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उर्स में समन्वय के साथ कार्य करें – जिला कलक्टर
जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी समन्वय के साथ काम करें ताकि सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 802 वें उर्स में व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जा सके।
जिला कलक्टर श्री देथा ने बुधवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित किया। जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी अपने कर्तव्यों का गंभीरता से निर्वहन करें। जिसके पास जो जिम्मेदारी है हम समय रहते उसे पूरा कर लें। देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले जायरीन को किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
श्री देथा ने बताया कि जिला प्रशासन के स्तर पर उर्स के इंतजामों से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं चाक चौबन्द कर ली गई है। पानी, बिजली एवं सुरक्षा व सफाई सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं को जांच लिया गया है। कायड़ एवं ट्रांसपोर्ट नगर स्थित विश्राम स्थलियों पर जायरीन के ठहरने, छाया व पानी के इंतजाम कर लिए गए है।
उन्होंने बताया कि विश्राम स्थलियों से दरगाह तक जायरीन की परिवहन के लिए रोडवेज एवं अन्य साधनों की व्यवस्था की गई है। इसके लिए किराया सूची भी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रहेगी।
पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र चौधरी ने बताया कि उर्स के दौरान सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में अधिकारी व जवान तैनात रहेंगे। भीड़-भाड़ वाले स्थानों एवं ऐसी सभी जगह जहां पुलिस बलों की आवश्यकता है जवान पूरी मुस्तैदी से तैनात रहेंगे।
नगर निगम के सी.ई.ओ. श्री सी.आर.मीना ने बताया कि मेला क्षेत्र में सफाई, लावारिस पशुओं की रोकथाम एवं कचरा परिवहन की व्यवस्था कर ली गई है। मेला क्षेत्र से लावारिस पशुओं, कुत्तों को पकडऩे का अभियान चलाया जा रहा
है। दरगाह एवं आसपास के क्षेत्र सहित तारागढ़ में स्ट्रीट लाईट की माकूल व्यवस्था की गई है। सड़क,नाली एवं बेरीकेटिंग के लिए पूरी व्यवस्था हो गई है। अग्निशमन विभाग की दमकल 24 घंटे तैनात रहेंगी।
इसी तरह मेला मजिस्टे्रट श्री हरफूल सिंह यादव ने भी अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी। बैठक में पुलिस व प्रशासन के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

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