सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन जयन्ति पर परिचर्चा सम्पन्न

DSC_0180अजमेर। सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन की जयन्ति पर दाहरसेन स्मारक पर परिचर्चा सम्पनन हुई। सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन समारोह समिति एवं भारतीय इतिहास संकलन समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राष्ट्र रक्षा में बलिदान विषय पर आयोजित परिचर्चा में वक्ताओं ने दाहरसेन के जीवन चरित्र एवं विदेशी आक्रांताओं से देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले राष्ट्र स्वामिभानी, शुरवीर के बारे में तथ्यात्मक आलेख प्रस्तुत किए। इस परिचर्चा में सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन एवं स्वर्णिम सिन्ध से सम्बन्धित विषयों पर अपने आलेख प्रस्तुत किए। गोष्ठी का प्रारम्भ सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के चित्र पर माल्यापर्ण से हुआ। विषय प्रस्तुत करते हुए भारतीय इतिहास संकलन समिति, अजमेर के अध्यक्ष एवं संयोजक इतिहासविज्ञ डॉ. एन.के. उपाध्याय ने प्राचीनकाल से लेकर अद्यतन सिन्धु संस्कृति के वैभव और महाराजा दाहरसेन के जीवन में विविध पक्षों पर प्रकाश डाला। परिचर्चा के मुख्य वक्ता हनुमान सिंह राठौड़ ने भारत राष्ट्र की बलिदानी परम्परा एवं धरा, धेनु और धर्म की रक्षार्थ प्राणोत्सर्ग करने वाले शुरवीरों के जीवन पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर भारतीय इतिहास संकलन समिति के सचिव डॉ. हरीश बेरी ने ‘सिन्ध की स्वाभिमानी, वीरांगनाओं का बलिदान’, समिति के कोषाध्यक्ष रतन मीणा ने ‘सम्राट दाहरसेन एक जीवित विचार’, डॉ. गीता शिवनानी ने ‘सिन्ध राष्ट्र में प्रशासनिक प्रणाली’, डॉ. कमला गोकलानी ने ‘सिन्धु संस्कृति की विश्व को देन’ एवं डॉ. परमेश्वरी पमनानी ने ‘सिन्धी भाषा भी विकास यात्रा’ विषयों पर अपने आलेख प्रस्तुत किए।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. बद्रीप्रसाद पंचोली ने सिन्धी संस्कृति, भाषा एवं परम्पराओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। अतिथियों को दाहरसेन समारोह समिति द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। परिचर्चा के अंत में सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने सभी उपस्थित अतिथियों एवं श्रोताओं का आभार प्रदर्शित किया। सभी उपस्थित गणमान्य लोगों ने महाराजा दाहरसेन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में डॉ. बसन्त सोलंकी, हरी चन्दनानी, गिरधर तेजवानी, मोहन तुलसीयानी, महेन्द्र तीर्थानी, आनन्द सिंह राजावत, पूर्व सांसद रासासिंह रावत, अरविन्द यादव, कंवल प्रकाश, सम्पत सांखला, अनीष गोयल, उपस्थित थे।
संयोजक
डॉ. एन.के. उपाध्याय
अध्यक्ष
इतिहास संकलन समिति, अजमेर

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