संभागीय आयुक्त ने शहर के चुनिंदा नागरिकों से खुली चर्चा की

यदि सभी सोच लें कि गंदगी नहीं करेंगे तो अजमेर अपने आप स्मार्ट सिटी बन जाएगा
संस्थाएं व नागरिक भी वार्ड व काॅलोनी को गोद लें

धर्मेन्द्र भटनागर
धर्मेन्द्र भटनागर

अजमेर। संभागीय आयुक्त एवं अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र भटनागर ने आज एक सकारात्मक प्रयास कर अजमेर शहर के कुछ चुनिंदा नागरिकों व संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अजमेर शहर को हैरिटेज व स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए उनके साथ खुली चर्चा की और सभी से ऐसे सुझाव मांगे जिन्हें आम नागरिकों के सहयोग से तत्काल शुरू किया जा सके।
संभागीय आयुक्त ने आज अपरान्ह अपने कार्यालय के सभागार में आयोजित एक बैठक में लगभग 30 संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं सेवानिवृत अधिकारियों से अजमेर शहर हैरिटेज व स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना बनाने के बारे में विचार विमर्श करते हुए कहा कि इस संबंध में अन्य संस्थाओं, मीडियाकर्मियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर और सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे तथा उसके आधार पर इस प्रकार की कार्ययोजना विकसित की जाएगी कि शहर के प्रत्येक नागरिक का जुड़ाव और भागीदारी उसमें हों और कार्य आसानी से शुरू होकर स्थाई रूप से निरन्तर चलता रहे।
श्री भटनागर ने अपने प्रारम्भिक विचारों में अजमेर शहर की वर्तमान स्थिति और आने वाले समय में पानी,बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, यातायात, प्रशासनिक व्यवस्था, पुलिसिंग, सड़क, सिटी बस, आॅटो, टैम्पो व्यवस्था के संबंध में विस्तार से अपने विचार रखें और संस्थाओं व नागरिकों से अपेक्षाएं भी बताई।
उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाओं और नागरिकों को विभिन्न दृष्टिकोण से शहर के वार्ड, काॅलोनी आदि को गोद लेकर उन्हें आदर्श बनाने की ओर कार्य करना चाहिए। प्रशासन, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण उनका पूरा सहयोग करेगा।
विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि ‘‘ यदि सभी सोच लें कि गंदगी नहीं करेंगे तो अजमेर अपने आप स्मार्ट सिटी बन जाएगा’’।
इस बैठक में राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज के प्राचार्य प्रो. एम.एम. शर्मा, सिटीजंस काउंसिल के श्री डी.एल. त्रिपाठी, रेड क्राॅस के कर्नल के.डी. उपाध्याय, नया बाजार एसोसिएशन के श्री प्रकाश चंद, इवेंट कम्पनी के कोसीनोक जैन, अजमेर जिला केमिस्ट एसोसिएशन के श्री रमाकांत अग्रवाल व राजेन्द्र प्रसाद, संस्कृति दी स्कूल के मुकेश गोयल, माॅय क्लीन स्कूल के श्री रमेश ब्रह्मवर, सेवानिवृत मुख्य अभियंता पीएचडी जे.एन. गोलानी, जी.डी. वृंदानी, चारटेड अकाउंटेंट भारत भूषण, पदमचंद, नवीन सोगानी, कला अंकुर के  संरक्षक के.के. झा, रोटरी क्लब के बी.पी. मित्तल, भगवत जैन, सोफिया स्कूल के सुधीर तोमर, क्वीन मैरी स्कूल से एस.एस. चैधरी, ग्लोबल मैनेजमेंट काॅलेज के ईश्वर ठारानी, सुधार सभा के प्रभू थारानी, सेंट मैरी कांवेंट स्कूल से डी. मैनडोजा, राजकीय कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. रेणू शर्मा, होटल आराम पुष्कर से श्री राजेन्द्र सिंह, पारसमल मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे और उन्होंने अजमेर शहर को स्मार्ट सिटी व हैरिटेज सिटी के रूप में विकसित करने के संबंध में विभिन्न सुझाव दिए और विश्वास दिलाया कि प्रशासन सहित अन्य संस्थाओं को वे अपनी ओर से हर स्तर पर पूरा सहयोग देंगे। विभिन्न संस्थाओं के इन प्रतिनिधियों ने अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिन पर आगे काम करने के लिए संभागीय आयुक्त श्री धर्मेन्द्र भटनागर ने विश्वास दिलाया।
पुलिस महानिरीक्षक श्री अमृत कलश ने भी बैठक में भाग लेकर स्मार्ट सिटी के संबंध में अपनी भावना प्रकट की।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि ए. मलिक ने हैरिटेज व स्मार्ट सिटी की भावना दर्शाते हुए इस संबंध मंे नागरिकों व संस्थाओं से पूरा सहयोग का अनुरोध किया और कहा कि अजमेर शहर पुष्कर व आसपास ऐसे पर्यटन क्षेत्रा विकसित करने होंगे जहां पर्यटकों का लगातार आना जाना बना रहे और अजमेर शहर के लोगों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो।
अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती स्नेहलता पंवार ने विश्वास व्यक्त किया कि यदि अजमेर के नागरिक इस ओर सोचकर अभी से ही कार्य करना व इसे अपने जीवन का अंग बनाकर रोजमर्रा के कार्यों में अपना लें तो स्मार्ट सिटी की ओर हम तेजी से कदम बढ़ा सकेंगे।
नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी.आर. मीणा ने कहा कि निगम स्तर पर हर क्षेत्रा में युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे है परन्तु आम लोगों की भागीदारी के बिना कोई भी कार्य संभव व सफल नहीं हो सकता । उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से अपील कि की वे किसी भी एक मुद्दे को लेकर प्रारम्भ में कार्य शुरू करें तो हम स्मार्ट सिटी की ओर आगे बढ़ सकते है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अजमेर को अवारा पशुओं से निजात दिलाने से ही इस कार्य की शुरूआत करनी चाहिए। उन्होंने अतिक्रमण, अवैध कब्जे, अवारा जानवर, भिखारियों की भरमार, जगह-जगह पर ठेले खड़े करने , निर्धारित पार्किंग स्थल पर वाहनों के पार्क नहीं करने के संबंध में अपनी बात कही।
राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज के प्राचार्य प्रो. एम.एम. शर्मा ने अजमेर शहर को प्रदूषण मुक्त कराने की दिशा में भी कार्य करने के संबंध में सुझाव दिया और बताया कि अजमेर शहर के रेडिएशन लेवल का मेजरमेंट वे समय-समय पर कराकर वे प्रशासन को दंे सकते है।
बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री रमेश सोलंकी, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बी.एल. मीणा सहित अन्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।

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