सुख का दूसरा नाम है श्रीकृष्ण

_DSC0411_DSC0347_DSC0368-सुमित सारस्वत- ब्यावर, 1 मार्च। शहर के राधाकुंज गार्डन में आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया गया। कथावाचक संत रामप्रसाद महाराज ने कहा कि सुख का दूसरा नाम श्रीकृष्ण है। अगर सुख चाहिए तो प्रतिदिन कृष्ण की भक्ति करें। भगवान आनंद सिंधु है। भगवान की भक्ति से सुख, शांति व आनंद की प्राप्ति होती है।
संत ने महिलाओं को पतिव्रता धर्म का पालन करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि पति और ससुराल वालों की सेवा व सम्मान करना हर स्त्री का धर्म है। भगवत भाव से पति की सेवा करने वाली स्त्री को बैकुंठ का आनंद मिलता है। आलस्य से दरिद्रता का वास होता है। आलस्य का त्याग करें। महाराज ने स्वच्छ भारत अभियान में भागीदारी निभाने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि घर और शहर को स्वच्छ रखें। गंदगी फैलने से क्षेत्र की शोभा घटती है। कई स्वच्छ गांव आदर्श बने हैं उनसे प्रेरणा लें। सफाई करना हर नागरिक का कत्र्तव्य है। जनप्रतिनिधि महज जनता के सहयोगी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रजा की सेवा राजा का धर्म है, उसी तरह गौ माता की सेवा मनुष्य का धर्म है। सभी को नियमित रूप से गौ ग्रास निकालना चाहिए। मेरा छोटा सा परिवार हरि आ जाओ एक बार.., तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली.., गोविंद हरे गोपाल हरे.. जैसे भजनों पर भक्त झूम उठे। कथा में संत केवलराम रामस्नेही व संत माधवराम भी शामिल हुए। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया। सभापति बबीता चौहान, नरेंद्र चौहान, घनश्यामदास बल्दुआ, जयकिशन बल्दुआ, नोरतमल माहेश्वरी, राधावल्लभ परतानी, सुरेंद्र सोमानी, राजेंद्र मूंदड़ा, हंसराज शर्मा, रामप्रसाद मित्तल, रमेश मूंदड़ा ने महाराजश्री द्वारा संचालित गुरुकुल आश्रम में गौ सेवा व विद्यार्थी अध्ययन के लिए आर्थिक सहयोग दिया। विधायक शंकर सिंह रावत, उपसभापति सुनील मूंदड़ा, पार्षद अंगदराम अजमेरा, कैलाशचंद राठी, कैलाश मूंदड़ा, शिवचंद लढ़ा, आशुतोष माहेश्वरी, शैलेंद्र शर्मा, रामेश्वरलाल नवाल, लादूराम सोमानी, रामेश्वर राठी, राकेश मंत्री, ओमप्रकाश हेड़ा, डॉ.ओमप्रकाश मालानी, मनोज सोमानी, सतीश राठी, विजय हेड़ा, किशनगोपाल मूंदड़ा, धर्मीचंद शर्मा, रामकरण यादव, पप्पू यादव ने कथावाचक का स्वागत कर आशीर्वाद लिया।
(सारस्वत मीडिया…सबसे पहले, सबसे तेज)

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