निगम के 5 आश्रितों को अनुकम्पात्मक नियुक्ति

AVVNL thumbअजमेर, 17 अप्रेल। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. में मृत कर्मचारियों के पांच आश्रितों को निगम के विभिन्न कार्यालयों में दो वर्ष की परिवीक्षाकाल पर प्रोबेशनर ट्रेनी के रूप में फिक्सड रेमुनरेशन पर नियुक्ति प्रदान की गयी है।
निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने बताया कि नियुक्त किए गए ट्रेनी में एक को कनिष्ठ लिपिक के पद पर, एक को सहायक प्रथम, एक को सहायक द्वितीय तथा दो को चपरासी के पद पर नियुक्ति दी गयी है। उन्हांेने बताया कि सहायक प्रथम के पद पर श्री टिनू गोपाल शर्मा पुत्रा श्री सुरेन्द्र कुमार शर्मा को अधीक्षण अभियंता (पवस) झुंझुनूं के कार्यालय में नियुक्त किया गया है। सहायक द्वितीय के पद पर श्री बनवारी वैष्णव पुत्रा श्री रामेश्वर लाल को अधीक्षण अभियंता (अ.जि.वृ.) अजमेर के कार्यालय मंे लगाया गया है। चपरासी के पद पर श्रीमती कविता देवी पत्नी श्री सुरेश कुमार शर्मा को अधीक्षण अभिंयता (पवस) झुंझुनूं में तथा श्रीमती सीता पत्नी श्री प्रभुलाल को अधीक्षण अभियंता (पवस) बांसवाड़ा के कार्यालय में नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार कनिष्ठ लिपिक के पद पर श्रीमती राधा कंवर पत्नी श्री प्रताप सिंह को दो वर्ष की परिवीक्षाकाल पर प्रोबेशन ट्रेनी के रूप मंे अधीक्षण अभियंता (पवस), नागौर के कार्यालय में नियुक्त किया गया हैं।
निगम की सचिव (प्रशासन) श्रीमती मेघना चैधरी ने बताया कि कनिष्ठ लिपिक को रेमुनरेशन के रूप में 8100 रूपए, सहायक प्रथम को 7080 रूपए तथा सहायक द्वितीय/चपरासी को 6360 रूपए प्रतिमाह मिलेगें।
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120 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी
अजमेर, 17 अप्रेल। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत शुक्रवार को विभिन्न वृत्तांे के 135 स्थानों पर छापामार कार्यवाही की जाकर कुल 120 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर कुल 13 लाख 31 हजार 802 रूपए का राजस्व वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए 17 अप्रेल को की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में अजमेर वृत्त में 37 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 3 लाख 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। भीलवाड़ा वृत्त में 26 स्थानों पर जांच कर 20 स्थानों पर चोरी पकड़कर एक लाख 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। जबकि नागौर वृत्त में 18 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़कर 2 लाख एक हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। सीकर वृत्त में 16 स्थानों पर जांच कर 12 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 3 लाख रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ वृत्त में 9 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़कर एक लाख 10 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। वहीं प्रतापगढ़ वृत्त में 8 स्थानों पर जांच कर 5 स्थानों पर चोरी पकड़कर 30 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। डूंगरपुर वृत्त में 9 स्थानों पर जांच कर 7 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 48 हजार 802 रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। साथ ही राजसमंद वृत्त में 3 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़कर 40 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया तथा उदयपुर वृत्त में 9 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए एक लाख 2 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
विद्युत थानों द्वारा की गई कार्यवाही:-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि शुक्रवार को विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थानों में विद्युत चोरांे के खिलाफ कार्यवाही कर 16 प्रकरण दर्ज कर कुल 13 प्रकरणों का निस्तारण कर एक लाख 46 हजार 189 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया।
उन्होंने बताया कि अजमेर में एक प्रकरण का निस्तारण कर 22 हजार 602 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया जबकि नागौर में एक प्रकरण का निस्तारण कर 13 हजार 67 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया। वहीं मकराना में 3 प्रकरणों में 31 हजार 720 रूपए, झुंझुनूं में 2 प्रकरणों में 19 हजार 828 रूपए, खेतड़ी में 3 प्रकरणों में 29 हजार 742 रूपए, रींगस में एक प्रकरण में 18 हजार 386 रूपए तथा बड़ी सादड़ी में 2 प्रकरणों में 10 हजार 844 रूपए की राशि वसूल की गई।
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निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक शनिवार को
अजमेर, 17 अप्रेल। अजमेर विद्युत वितरण निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की समीक्षा बैठक 18 अप्रेल शनिवार को प्रातः 11.00 बजे प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा की अध्यक्षता में पंचशील स्थित मुख्यालय भवन के सभागार में होगी।
निगम की कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा ने बताया कि बैठक में बकाया समस्याओं के निस्तारण की स्थिति, अध्यक्ष डिस्काॅम्स एवं प्रबंध निदेशक अजमेर डिस्काॅम द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना की स्थिति, उपखण्ड़वार राजस्व वसूली समीक्षा, टी एण्ड सी लोसेज, अदालतों में चल रहे मामलों की स्थिति, सतर्कता जांच, खराब मीटर बदलने की प्रगति, एफआईपी, एसआईपी, आरएपीडीआरपी, जीपीवीवीवाई, आरजीजीवीवाई योजनाओं का प्रगति सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षा की जाएगी।

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