अजमेर /। कला एवं सस्कृति को समर्पित संस्था सप्तक एवं राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत को संजो कर रखने हेतु प्रयासरत संस्था लोकपर्व एवं संस्कृति सांगर के सयुक्त तत्वावधान में सुन्दर बिलास स्थित गर्ग भवन में गीत, गजल एवं कव्वाली की अनुपम महफिल राष्ट्रीय ख्यातीप्राप्त फनकार मुम्बाई निवासी नौशाद ए. हमीद के सूफीयान अन्दाज में उनके साथी कलाकारों के साथ सजाई गई।
गजल एवं कव्वाली की इस महफिल में संगीत रत्न नौशाद ए. हमीद ने गंगा जमीन तहजीब में गीत, गजल एवं कव्वालियों से श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। कव्वालियों की शुरूआत अली मौला गजल से की गई उसके बाद ‘‘ गरीब नवाज-जरा खोली री किवडिया महाराज मोईनुद्धीन ’’, मोहब्बत पर गजल पेश करते हुए नौशाद भाई ने भक्त शिरोमणी शबरी एवं भगवान राम के प्रसंग पर कहा कि भगवान राम समर्थ थे शबरी को बुला भी सकते थे लेकिन भक्ति एवं प्रेम का उदाहरण प्रस्तुत करने हेतु भगवान ने शबरी के यहां जाकर झूठे बैर खाए इस प्रसंग पर गजल गाते हुए कहा कि ‘‘ जब प्यार किसी से होता है इस तरह निभाया जाता है, पत्थर के जिगर वालों हम गम के रवानी है, अमीर खुजराहो जी, राधा-कृष्ण के प्रेम प्रसंग पर ‘‘ सखी कैसे कहूं मोहे लाज लगे, मोहे पीर की नजरिया मार गई, उपरोक्त अवसर पर ख्वाजा गरीब नवाज के शान में अनेक कव्वालियां पेश की गई। कार्यक्रम सन्यास आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी शिव ज्योतिशानन्द महाराज की सदारत में आयोजित किया गया एवं अजमेर में पृष्ठीमार्गीय ठाकुर सेवा के जनक वासुदेव मित्तल ने अतिथियों का स्वागत किया एवं सप्तक के मार्गदर्शक श्री सुनीलदत्त जी जैन ने इस अवसर पर कहा कि अजमेर शहर अपनी गंगा-जमीन तहजीब, साम्प्रदायिक प्रेम, सौहार्द एवं भाई चारे के लिये अनुकरर्णीय उदाहरण है। कार्यक्रम का संयोजन लोक पर्व एवं संस्कृति सागर के अध्यक्ष उमेष गर्ग ने किया।
इस अवसर पर महिला बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल, विख्यात समाज सेवी कालीचरणदास खण्डेलवाल, विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष श्री आनन्दजी अरोड़ा, अखिल भारतीय वैश्य महा सम्मेलन के अध्यक्ष सुभाष काबरा, सप्तक के संरक्षक ललित कुुमार शर्मा, उदय प्रकाश माथुर, विमल गर्ग, ओम प्रकाष मंगल, सोमरत्न आर्य, गोपी मीरानी, उमेद सिंह तौमर, कंवल प्रकाश किशनानी, नरेन्द्र जैन, कुश गोयल, वनीता जैमन, भारती श्रीवास्तव, श्रीमती अरूणा गर्ग, डॉ. राधेष्याम गोयल, डॉ.अभिषेक गुप्ता, देवेन्द्र गर्ग, दिनेश रांका, किशन चन्द बंसल, सहित अनेक रसीक श्रोता उपस्थित थे।
(उमेश गर्ग)
अध्यक्ष लोक पर्व एवं संस्कृति सागर
मोबाईल नंबर 9829793705