पिता के जेल में होने की खबर मिली तो बेटे के निकल गए प्राण

jawaja (1)jawaja (2)jawaja-भगवान सिंह– जवाजा। बाडिय़ा नंगा में खान मालिक ग्रामीणों में विवाद के चलते ग्रामीणों पुलिस में लाठी भाटा -जंग के मामले ने मंगलवार को दुखद मोड़ ले लिया जब एक आरोपी की जमानत खारिज होने से उसके जवान पुत्र की सदमे में मौत हो गई। मामले में गिरफ्तार दस आरोपी ग्रामीणों की मंगलवार को ब्यावर कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर दी। आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे आठ पर पट्टी किनारे पर चारपाई पर मृतक का शव रख दिया और परिजन के साथ प्रशासन के खिलाफ गहरा रोष प्रकट करते हुए सभी गिरफ्तार आरोपी ग्रामीणों की जमानत मंजूर करवाने, जवाजा थाना प्रभारी पारस मल को हटवाने और माइंस को बंद करवाने आदि मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए।
ग्रामीणों ने बताया कि बाडिया नंगा में सप्ताहभर पहले माइंस पर खनन बंद करवाने की मांग को लेकर विरोध जताते ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा लाठी जार्च करने पर ग्रामीणों की ओर से पत्थरबाजी की थी। पुलिस और ग्रामीणों की इस लाठी भाटा जंग में पुलिस ने दूसरे दिन 40-50 ग्रामीण महिला-पुरुष को गिरफ्तार करके ब्यावर सदर थाना ले गई थी। वहां विधायक शंकर सिंह ने गिरफ्तार ग्रामीणों को छुड़वाने की मांग को लेकर तीन घंटे तक जनप्रतिनिधियों के साथ धरने पर बैठे और आखिर पुलिस ने 10 नामजद ग्रामीण को गिरफ्तार करके बाकी को छोड़ दिया था। पुलिस ने ग्रामीणों को बताया कि 10 नामजद आरोपियों की भी जमानत हो जाएगी, लेकिन न्यायालय ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया था। इसके बाद मंगलवार को सभी आरोपियों की न्यायालय में जमानत को लेकर लगाई अर्जी खारिज हो गई। न्यायालय में जमानत अर्जी खारिज होने से बाडिया नंगा निवासी जेल में बंद छोग सिंह के 35 वर्षीय पुत्र फ तेह सिंह रावत को पिता की जमानत नहीं होने से गहरा सदमा पहुंचा और उसकी उस सदमे की चलते शाम को हार्टअटैक से मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन ने गिरफ्तार आरोपी ग्रामीणों की जमानत मंजूर करवाएं, जवाजा थाना प्रभारी पारस मल को हटवाएं और माइंस को बंद करवाएं अन्यथा ग्रामीण अब फ तेह सिंह के शव को हाईवे के पास रखकर धरने पर बैठे रहेंगे। इस मामले को लेकर देर रात तक प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इधर पुलिस ने पूरे मामले पर अनभिज्ञता जताई।

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