गलती पालिका की, भुगत रहे है ग्रामीण

अस्थाई ट्रिचिंग ग्राउंड से बढ़ रहा है आक्रोश, आंदोलन की दी चेतावनी
aaaaa-सीताराम पाराशर- पुष्कर :- पुष्कर से सटे कानस गाँव के ग्रामीण पालिका की गलतियों की सजा भुगत रहे है । ना केवल ग्रामीण बल्कि पशुधन और सम्पूर्ण भौगोलिक परिवेश पर भी खतरा मंडरा रहा है । करीबन 10 साल पहले पुष्कर नगर पालिका की और से कानस ग्राम पंचायत की नाग पहाड़ी से सटी लगभग 20 बीघा चारागाह भूमि पर अस्थाई रूप से कचरा संग्रहण होने लगा जिससे समय के साथ परेशानिया बढ़ने लगी । ग्रामीणों ने कई बार पालिका के सामने विरोध दर्ज कराया लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई । पालिका के इस रवैये से नाखुश ग्रामीणों ने अब इस मामले में आर – पार की लड़ाई लड़ने की ठान ली है ।

पर्यावरण पर खतरा :- इस ट्रिचिंग ग्राउंड पर नगर पालिका की और से डाले जाने वाले कचरे के साथ बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की थैलियां भी डाली जा रही है । हवा के साथ यह थैलियां कई किलोमीटर तक पर्यावरण को दूषित कर रही है । हालात इस कदर बिगड़ गए है की ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ रहा है । राष्ट्रिय राजमार्ग से लोगो का गुजरना तक दूभर हो गया है ।

जिंदगी बनी मौत :– ग्राम पंचायत कानस की यह भूमि चारागाह क्षेत्र के लिये आरक्षित है । अपने पेट की भूख मिटाने के लिये जब बेजुबान जानवर यहाँ पहुँचते है तो उन्हें जिंदगी के बदले मौत नसीब होती है । प्लाटिक खाने से जानवर धीरे -धीरे मौत के करीब पहुँच रहे है । अब तक दर्जनों जानवर काल का ग्रास बन चुके है ।

मानवीय संवेदनाये तार -तार :– इस पुरे मामले में मानव का स्वभाव कही जाने वाली दया कही पर गायब हो गई है । यदि इंसानो पर दया ना आये तो एक बार फिर समझ में भी आती है लेकिन जिस तरह पर्यावरण और पशुधन को कुचला जा रहा है यह अच्छा संकेत नहीं है ।

बढ़ता आक्रोश :– इस मामले में ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ाता जा रहा है । पालिका की अनदेखी गाँव वालो के लिये जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है । ग्रामीणों के आक्रोश के चलते अब जनप्रतिनिधि भी सामने आने लगे है । पंचायत समिति सदस्य अशोक रावत , सरपंच संजू रावत सहित सभी ग्रामीण जनप्रतिनिधियो ने पालिका के रवैये पर कड़ा ऐतराज जताया है । यदि समय रहते इस समस्या के समाधान की दिशा में प्रयास नहीं किये गए तो यह विकराल रूप धारण कर सकती है ।

इनका कहना है :-
“ग्रामीण लम्बे समय से इस समस्या से जूझ रहे है विधायक सुरेश सिंह रावत को भी अवगत कराया गया है । एक माह पूर्व पालिका को ग्राम पंचायत ने नोटिस भी भेजा है लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला इसलिए ग्रामीण आंदोलन करने पर मजबूर है ”
– गोवर्धन रावत , सरपंच पति ,ग्राम पंचायत , कानस ।

“मैंने पीसांगन पंचायत समिति की बैठक में मामले को उठाया है और उपखंड अधिकारी संजय माथुर ने सीघ्र ही पालिका को इस मामले में कार्यवाही करने के लिये लिखने का आस्वासन दिया है ”
– अशोक रावत , पंचायत समिति सदस्य ।

” वास्तव में यह एक गंभीर समस्या है । पालिका की और से जल्दी ही किसी वैकल्पिक स्थान की तलाश की जा रही है ”
– शशिकांत शर्मा , अधिशाषी अधिकारी , नगर पालिका , पुष्कर ।

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