आचार्य मयंक मनीष के सानिध्य में की पुष्करराज की परिक्रमा

NIT_3546अजमेर/28 जून 2015 रविवार/ सन्यास आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी शिव ज्योतिषानन्द जी महाराज के पावन सानिध्य में गत पांच वर्ष से चल रही पुभात फेरी, पुरूषेात्तम माह के पुनीत अवसर पर जगत पिता ब्रह्मा की नगरी पुष्कर पहूंची जहां तीर्थराज के 52 घाटों की परिक्रमा कर पुष्कर सरोवर का पूजन एवं आरती की गई।
उपरोक्त अवसर पर प्रभात फेरी परिवार प्रातः 5.15द बजे सन्यास, आश्रम से वाहनों के माध्यम से रवाना होकर नये रंगनाथ मन्दिर पहूंचे जहां से हरी संर्कीतन करते हुए पुष्कर राज के 52 घाटों की परिक्रमा करते हुये गुऊघाट जाकर तीर्थराज का पूजन एवं आरती की। इस अवसर पर आचार्य मयंक मनीष जी ने पुष्कर राज की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि धर्मशास्त्रों में पांच तीर्थों में सर्वोत्तम पवित्र एवं श्रेष्ठ पुष्कर राज को माना गया है। अतः हरि संकीर्तन करते हुये पुरूषोत्तम माह में परिक्रमा करने से युगान्तर के पाप नष्ट हो जाते है और प्रभात फेरी द्वारा नित्य साधना तो अदित्य है धरती माता, प्रकृति, परमात्मा और मानवता की सर्वश्रेष्ठ सेवा है बड़े भागय से ही प्रभात फेरी के माध्यम से हरिनाम संकीर्तन का अवसर मिलता है। धन, बल, बुद्धि, योग्यता, सामाथ्र्य कोई भी सामग्री नहीं होने पर भी प्रभात फेरी के माध्यम से सृष्ठी की सर्वोत्तम एवं प्रभू को अतिप्रिय सेवा नाम संकीर्तन भी की जा सकती है।
आज प्रभात फेरी में श्री लक्ष्मीनारायण जी हटुका श्री ब्रिजेश मिश्रा, श्री उमेश गर्ग, श्री गोकुल अग्रवाल, श्री शान्तिालाल, कैलाशचन्द, सत्यनारायण अग्रवाल, रामरतन छापरवाल, किशन चन्द बसंल, दिनेश परनामी, अशोक अग्रवाल, आलोक माहेश्वरी, अशोक टांक , बेणी गोपाल, गनेड़ीवाल, सतीश अग्रवाला, हाथी भाटा लक्ष्मीनारायण मन्दिर के नित्य सेवकों सहित अनेक श्रद्धालू उपस्थित थे।
उमेश गर्ग
मो. 9829793705

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