शहर में प्रदूषण जांच हेतु 10 पाॅइन्ट बढाने का निर्णय

polutionअजमेर, 30 जून। जिला स्तरीय यातायात प्रबंधन समिति की बैठक में अजमेर सहित जिले के अन्य शहरों में यातायात के दबाव को कम करने, दुर्घटनाओं पर रोक लगाकर आमजन को राहत देने संबंधी निर्णय किए गए। बैठक में अजमेर शहर के मुख्य मार्गों पर यातायात के दबाव को कम करने हेतु पार्किंग स्थलों के विकास, ट्रांसपोर्ट नगर में स्थानान्तरण संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। साथ ही शहर में प्रदूषण जांच हेतु 10 पाॅइन्ट बढाने का निर्णय भी सर्वसम्मति से किया गया।
जिला कलक्टर डाॅ आरूषी मलिक ने कहा कि अजमेर शहर में यातायात के बढते हुए दबाव को देखते हुए स्थायी समाधान किए जाने की आवश्यकता है, जिससे आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने अजमेर व जिले के अन्य शहरों में बिना परमिट के वाहनों पर कार्यवाही करने, सिटी बस, आॅटो व टेक्सी आदि वाहनों को निर्धारित स्थान पर स्टोपेज करने हेतु पाबन्द करने, शहर के मुख्य चैराहों को विशेषज्ञों द्वारा रि-डिजाईन करने, सब-वे एवं ओवरब्रिज हेतु उचित स्थलों को चयन करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यातायात के नियमों की पालना के संबंध में आमजन को जागरूक किए जाने की आवश्यकता भी है, यदि नियमों का पालन किया जाएगा तो शहर सुन्दर व व्यवस्थित रहेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस विद्यालयों को पाबन्द करें कि विद्यार्थियों को स्कूल के अन्दर से ही वाहन में बैठाया जाए, जिससे व्यवस्था बनी रहे, जो विद्यालय नियमों की पालना में सहयोग ना करें उन पर नियमानुसार कार्यवाही की जानी चाहिए।
बैठक में महापौर कमल बाकोलिया ने शहर में सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए प्रभावी व ठोस कार्यवाही करने की बात कही, जिससे यातायात के दबाव को कम किया जा सके। उन्होंने शहर में तबेलों का सर्वे कर उनको शिफ्ट करने की बात कही, जिससे शहर के मार्गों पर आवारा पशुओं की समस्या का समाधान हो सके। साथ ही उन्होंने परिवहन विभाग द्वारा चलाए जा रहे प्रदूषण जांच के पाॅईन्ट को नाकाफी बताते हुए कहा कि वाहनों की जांच हेतु अवधि को बढाया जाना चाहिए, जिससे आमजन को असुविधा ना हो।
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी श्री विनोद कुमार ने ने बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार वाहनों की प्रदूषण जांच की जा रही है, आमजन को असुविधा से बचाने हेतु शहर में वाहनों की प्रदूषण जांच हेतु 10 अन्य पाॅइन्ट भी प्रारंभ किए जा रहे है। शहर में यातायात व्यवस्था के मद्देनजर वाहनों के रूट एवं स्टोपेज निर्धारित है जिन पर स्टाॅपेज बोर्ड भी लगवाएं गए है। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा बिना परमिट के वाहनों के अक्टूबर 2014 से जून 2015 तक कुल 22 हजार 104 चालान काटकर नियमानुसार कार्यवाही की गई है। अतिरिक्त पुलिस उपअधीक्षक यातायात श्रीमती अदिति ने बताया कि यातायात पुलिस द्वारा अवैध संचालित वाहनों पर कार्यवाही करते हुए वर्ष 2014 में कुल 1379 बिना परमिट के वाहनों के चालान बनाए गए है, साथ ही यातायात पुलिस द्वारा आमजन को यातायात के नियमों की पालना के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम चलाएं गए है।
बैठक में महापौर कमल बाकोलिया ने अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु शहर के समस्त प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी केमरा लगाने एवं आॅटो व टैक्सी चालकों का डाटाबेस तैयार करने की बात कही। साथ ही उन्होंने कोर्ट के बाहर वाहनों को खडे कर जाने वाले अधिवक्ताओं व परिवादियों के लिए फुट ओवर ब्रिज बनाने का सुझाव भी दिया जिससे दुर्घटनाओं को टाला जा सके। जिस पर परिवहन विभाग के अधिकारियों ने यातायात पुलिस के सहयोग से शिविर लगाकर आॅटो व टेक्सी चालकों के पहचान पत्रा बनाने हेतु कार्ययोजना तैयार करने की बात कही। यातायता पुलिस उपअधीक्षक श्रीमती अदिति ने अनाधिकृत पार्किंग क्षेत्रा में खडे वाहनों को उठवाने हेतु क्रेन की आवश्यकता बताई, जिस पर कलक्टर डाॅ. मलिक ने नगर-निगम के माध्यम से काॅन्टेªक्ट पर क्रेन लेकर उपलब्ध करवाने की बात कही।
बैठक में पुष्कर में भारी वाहनों का प्रवेश निषेध करने, अजमेर-पुष्कर मार्ग को चैडा करने हेतु फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने, किशनगढ में ट्रक पार्किंग हेतु स्थान चिन्ह्ति करने, रोडवेज बसों का ठहराव पाटनी भवन के बजाय कृषि उपज मण्डी के पास निर्माणाधीन बस स्टेण्ड पर सुनिश्चित करने, बिजयनगर अस्पताल के सामने निजी बसों को खडा ना करने व पार्किंग स्थल का चयन करने, किशनगढ बस स्टेण्ड के शेड तैयार करने संबंधी यातायात से जुडे विषयों पर चर्चा कर अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री हरफूल सिंह यादव समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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